Wednesday, September 24

श्रमदान अभियान का 43वां दिन:सर्दी और घना कोहरा भी श्रमदानियों को नहीं रोक पाया, रामघाट पर की सफाई

शहर के कई युवा बेतवा को स्वच्छ रखने घाट पर पहुंच रहे

बेतवा उत्थान समिति के श्रमदानियों द्वारा जगाई गई अलख का असर अब खूब दिख रहा है। शहर के कई संगठन बेतवा की सफाई के लिए लगातार श्रमदान कर रहे हैं। मुक्तिधाम सेवा समिति के सदस्य भी पिछले 43 दिन से लगातार बेतवा की सफाई के लिए अभियान चला रहे हैं। वहीं शहर के कई युवा रामघाट पर सफाई कर रहे हैं।

शुक्रवार की सुबह शीतलहर का असर और घना कोहरा भी युवाओं के हौसलों को डगमगा नहीं पाया। तेज ठंड के बाद युवा रामघाट पर पहुंचे और श्रमदान किया। रामघाट के निमित्त श्रमदानी वास्तुविद शिवकुमार तिवारी ने बताया कि मां वैत्रवती का विदिशा शहर में पश्चिम से पूर्व की ओर जल का प्रवाह है और यह ईशान कोण बनता है। इसके सभी घाट साफ और स्वच्छ होना चाहिए। युवा समाजसेवी मनोज शर्मा ने बताया कि बेतवा पर श्रमदान करने से कई युवा भी जागरुक हुए हैं।

मन में जज्बा ऐसा कि कोचिंग जाने से पहले विद्याथी भी करते हैं श्रमदान
23 साल के युवा हिमांशु पलिया कोचिंग जाने से पहले रामघाट पहुंचकर श्रमदान करते हैं। हिमांशु ने बताया कि मैंने जब रामघाट पर मां बेतवा के घाटों की सफाई होते देखा तो मेरे मन में भी यह सब करने का जुनून जागा। राम घाट पर प्रतिदिन श्रमदान करने पहुंच रहे हैं राजकुमार शर्मा ने बताया नदी में जो चोर घाट नाले का प्रदूषित पानी नदी में मिल रहा है उसे रोका जाए और हमारी जीवनदायिनी मां बेतवा को प्रदूषित होने से बचाया जाए।

केचमेंट एरिया को कटाव से रोकने की तैयारी
लगातार 43 दिन से बेतवा निर्मल अभियान चल रहा है। मुक्तिधाम सेवा समिति के सचिव मनोज पांडे ने बताया कि इस अभियान के तहत छात्राओं की और महिलाओं ने बहुत श्रमदान किया है। उन्होंने बताया कि बेतवा नदी के बीचों-बीच से अब मिट्टी श्रमदान के माध्यम से हटाई जा रही है। शहर की ओर गौशाला मार्ग से आने वाले नाले के पास से मिट्टी डाली जा रही है, जिसके कारण वर्षा काल में केचमेंट एरिया को कटाव से रोका जा सकेगा।

अभी इस क्षेत्र में वर्षा काल के दौरान बड़ा कटाव हो चुका है जिसे भरने का काम श्रमदान के दौरान किया जा रहा है और इसके बाद इसमें पौधे रोपित कर इस क्षेत्र को हरा-भरा किया जाएगा। इस अवसर पर संस्था सचिव मनोज पांडे, रागिनी मिश्रा, मोना राजपूत, संतोष गुप्ता, मुकेश कुशवाह, पंडित सुशील शर्मा, पंडित मधुसूदन पचौरी, डॉ हेमंत विश्वास, पूर्व जनपद सीईओ हरिनारायण शर्मा, विमलेश सक्सेना आदि मौजूद थे।