Monday, September 22

लूट की रकम से दिया बहन का दहेज

Dowry-Law दिल्ली

पुलिस के मुताबिक निखिल अग्रवाल मर्डर केस के मुलजिमों का फाइनैंशल बैकग्राउंड बेहद कमजोर है।  ऑनर किलिंग समेत चार मामलों में मुलजिम अमित उर्फ कालू पर अदालती कार्यवाही में खर्च होने वाली रकम के लिए रुपए नहीं थे।

अमित मेरठ का रहने वाला है। इसने मेरठ में ही अपनी बहन और उसके प्रेमी को गोली मार दी थी। बहन बच गई, लेकिन उसका साथी मर गया। मुकदमेबाजी में खर्च होने वाली रकम जुटाने के लिए वह इस वारदात का हिस्सा बना।

इस वारदात का साजिशकर्ता मोहम्मद आदिल शाहदरा इलाके में बिल्डर था, लेकिन जॉब छूटने से कर्ज में डूब गया। कर्ज लेकर घर का राशन और दूसरे सामान जुटाने की वजह से इसपर दबाव बढ़ गया था। लूट के जरिए कर्ज से मुक्ति का रास्ता इसी ने तैयार किया। सोनू कबाड़ी अमीर बनने की चाहत में इस वारदात का हिस्सा बना।

हालांकि, हिस्से में मिली रकम यह जुए में हार गया। लोनी इलाके में दर्जी शहजाद उर्फ कुद्दू स्कूल ड्रॉपआउट है। बहन की शादी के बाद ससुरालवालों की तरफ से दहेज का दबाव था। लूट की रकम से इसने अपने बहनोई का मुंह बंद किया। बाकी रुपयों से घर की रिपेयरिंग करवा ली। कुद्दू का कजिन शहजाद आदतन अपराधी है। मुस्तफाबाद में दर्जी का काम करने के दौरान भी इसने एक लूट और एक डकैती की। जेल से बाहर आने के बाद इसने बाकायदा गैंग बना ली और दिल्ली-एनसीआर में वारदात करने लगा