Wednesday, October 22

खेरोदा में 3.30 घंटे तक चला रेस्क्यू:कम पानी फेंक रहे पंप के सेक्शन पाइप को ठीक करते समय मिट्टी धंसी, 25 फीट गहरे कुएं में गिरा किसान, 6 घंटे के बाद निकाला शव

मिट्‌टी धंसने से रेस्क्यू में भी आई परेशानी, पंप से निकाला पानी, जेसीबी से बनाया रास्ता

त्योंदा तहसील के ग्राम खेरोदा में मंगलवार सुबह कच्चा कुआं धंस गया। इसमें कुएं पर काम कर रहे 45 वर्षीय किसान राजाराम कुर्मी की मौत हो गई। 6 घंटे बाद रेस्क्यू टीम ने उसका शव बाहर निकाला। शव निकालते वक्त रेस्क्यू टीम को परेशानी आई। बार-बार मिट्टी धंसक रही थी। घटना उस समय हुई जब 4 बीघा खेत में पलेवा के लिए किसान कुएं से पानी खींचने का काम कर रहा था।

पाइप से पानी कम आ रहा था। इस को देखने किसान मोटर पंप के उस सेक्शन पाइप को ठीक करने की कोशिश कर रहा था जो कुएं से पानी को खींचकर पंप की पंखी तक पहुंचा रहा था। तभी कच्चे कुएं की मिट्टी धंस गई। इससे वह पंप सहित 25 फीट गहरे पानी से भरे कुएं में जा गिरा और ऊपर से मिट्टी गिर गई।

  • सुबह 8 बजे हादसा
  • 9 बजे अफसर पहुंचे
  • 10: 30 पर होमगार्ड की टीम आई
  • 11 बजे से रेस्क्यू शुरू
  • 2.15 पर शव निकाला

किसान को नहीं मिली थी खाद, 4 बीघा खेत में बोई थी मसूर, पलेवा की तैयारी कर रहा था
दूसरे खेत में काम कर रहे लोगों ने देखा और पुलिस को इसकी सूचना दी

राजाराम खेत में काम कर रहा था। आसपास के खेत के किसान उसे काम करता हुआ देख रहे थे। जब किसान और कुएं पर पंप नहीं दिखा तो आसपास के लोगों को शक हुआ। पड़ोस के खेत में ट्रैक्टर चला रहे कृषक बृजेश और पप्पू ने इस हादसे की खबर त्योंदा पुलिस को दी।

सूचना मिलने के बाद सुबह 9 बजे पुलिस के साथ एसडीएम रोशन राय और एसडीओपी भारत भूषण शर्मा और तहसीलदार दिलीप जड़िया मौके पर पहुंचे। कुएं का पानी खाली कराने का काम शुरू कराया। इस बीच लगातार कुएं की मिट्टी धंस रही थी। तब जेसीबी की मदद से कुएं की चौड़ाई बढ़ाई गई।

मिट्टी के कारण कीचड़ जमा होने से शव को खोजना दिक्कत भरा हो गया। विदिशा से होमगार्ड डिस्ट्रिक्ट कमांडेंट एनके हनोतिया और कंपनी कमांडर शशिधर पिल्लई 10 जवानों के साथ मौके पर पहुंचे। रेस्क्यू दल ने जेसीबी की मदद से शव को बड़ी मशक्कत के बाद दोपहर 2.15 बजे बाहर निकाला।

3 बच्चों का पिता है मृतक किसान राजाराम कुर्मी
किसान राजाराम कुर्मी तीन बच्चों का पिता था। बड़ा बेटा 25 वर्षीय इंदौर में रहता है। वहीं काम काज करता है। उसकी शादी हो चुकी है।18 वर्षीय उत्तम व 20 वर्षीय बेटी गांव में रहती है। बेटी पिंकी की शादी हो चुकी है। इस हादसे के बाद उसकी पत्नी हीराबाई और बच्चों का बुरा हाल है। एसडीओपी भारतभूषण शर्मा ने बताया इस हादसे की खबर के बाद इंदौर से उनके बड़े बेटे को बुलाया है।

बार-बार मिट्टी धंसकने से आई दिक्कत: कमांडर पिल्लई
हादसा सुबह 8 बजे हो गया था। 9 बजे अधिकारी मौके पर पहुंचे ओर होमगार्ड को सूचना दी। इसके बाद करीब 10.30 बजे होमगार्ड की टीम पहुंची और सुबह 11 बजे से रेस्क्यू शुरू किया। होमगार्ड के कंपनी कमांडर शशिधर पिल्लई ने बताया कि रेस्क्यू करते वक्त बार-बार मिट्टी धंसक रही थी। इस वजह से काम करना मुश्किल हो रहा था। वहीं कुएं में पानी ज्यादा था। इसलिए 11 बजे से 2.30 बजे तक रेस्क्यू चलाया गया। शव करीब 2.15 बजे बाहर निकाला गया।

लाल पठार … 15 जुलाई को 12 लोगों की हो चुकी है मौत
15 जुलाई को कुआं धंसकने से 12 की मौत हुई थी गंजबासौदा के लाल पठार क्षेत्र में 15 जुलाई की शाम को रवि अहिरवार नाम का 13 साल का एक बच्चा 40 फीट गहरे कुएं में गिर गया था। कुएं में 30 फीट तक पानी भरा था। बच्चे को निकालने के लिए बड़ी संख्या में गांव वाले कुएं की मुंडेर पर जमा हो गए थे। कुएं के आसपास लोहे के गर्डर लगे थे। जंग के कारण मुंडेर काफी कमजोर हो गई थी। इसलिए भीड़ के दबाव से अचानक धंसक गई, जिससे आसपास खड़े 30 से ज्यादा लोग कुएं में गिर गए थे। इस हादसे में 11 लोगों के शव 16 जुलाई को निकाले गए थे। वहीं कुछ सप्ताह बाद एक अन्य जख्मी व्यक्ति की मौत हो गई थी। इस तरह 12 लोगों की मौत कुआं धंसने से हुई थी।

पक्का कुआं बंधवाने रुपए नहीं थे तो कच्चा खुदवाया
राजाराम की 8 बीघा जमीन है। खाद की समस्या के चलते 4 बीघा में मसूर की बोवनी की थी। बाकी 4 बीघा में पलेवा कर बोवनी की तैयारी कर रहा था। सिंचाई के लिए किसान ने खेत में कच्चा कुआं खुदवाया था। उसके पास पक्का कुआं बंधवाने के लिए रुपए नहीं थे। कुआं बांधने के लिए उसे सरकारी योजना का लाभ भी नहीं मिला था। कुएं में बारिश से पानी जमा हो गया था। पंप के माध्यम से कुएं का पानी खेत में डालकर पलेवा के लिए तैयारी कर रहा था। तब ये हादसा हो गया।