Wednesday, October 22

ड्रग्स केस में अब ‘बम वॉर’:नवाब मलिक ने कहा- फडणवीस धमाका नहीं कर पाए, मैं आज उनके अंडरवर्ल्ड कनेक्शन का हाइड्रोजन बम फोड़ूंगा

महाराष्ट्र की राजनीति के लिए आज का दिन बेहद महत्वपूर्ण होने जा रहा है। महाराष्ट्र के अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री नवाब मलिक और पूर्व CM देवेंद्र फडणवीस ने एक दूसरे पर बड़े आरोप लगाए हैं। फडणवीस ने मंगलवार को कहा कि मलिक ने मुंबई में बम धमाके करने वालों से जमीन खरीदी है।

इस आरोप के बाद मलिक ने कहा, ‘फडणवीस कोई धमाका नहीं कर पाए, मैं बुधवार को उनके अंडरवर्ल्ड कनेक्शन का हाइड्रोजन बम फोड़ूंगा। बुधवार सुबह मलिक ने अपने सोशल मीडिया पेज पर लिखा, ‘उनकी नींद खो गई है, अब चैन खोने का वक्त आ गया है, मिलते है आज सुबह 10 बजे।’

3.5 करोड़ की जमीन 20 लाख में खरीदने का आरोप
इससे पहले मंगलवार को कुछ पेपर्स दिखाए हुए पूर्व CM ने दावा किया कि 16 साल पहले मलिक ने LBS रोड पर दाऊद के दो गुर्गों से 3.5 करोड़ की जमीन का सौदा सिर्फ 20 लाख रुपए में किया था। इन दोनों गुर्गों को सीरियल ब्लास्ट केस में सजा सुनाई गई थी।

फडणवीस ने प्रेस कांफ्रेंस में कहा, ‘कुर्ला में तीन एकड़ जमीं की एक रजिस्ट्री सोलिडस कंपनी के नाम पर हुई, जो कि मलिक के परिवार की है। यह जमीन 1993 बम ब्लास्ट केस में उम्र कैद की सजा पाए सरदार वाली खान और दाऊद इब्राहिम की बहन हसीना पारकर के करीबी सलीम पटेल से खरीदी गई। रजिस्ट्री पर मलिक के बेटे फराज मलिक ने हस्ताक्षर किए हैं।

क्या टाडा के आरोपियों की संपत्ति बचाने के लिए खरीदी उनकी जमीन
फडणवीस ने कहा, ‘ऐसी कुल 5 प्रॉपर्टीज हैं। इनमें से 4 तो 100 फीसद अंडरवर्ल्ड के रोल वाले लोगों की हैं।’ फडणवीस ने पूछा, ‘मलिक बताएं कि सौदे के वक्त 2005 में जब वह मंत्री थे, तो सौदा कैसे हुआ? मुंबई के गुनहगारों से जमीन क्यों खरीदी, जबकि इन दोषियों पर उस वक्त टाडा लगा था? कानून के मुताबिक टाडा के दोषी की संपत्ति सरकार जब्त करती है। क्या टाडा के आरोपी की जमीन जब्त न हो, इसलिए यह आपको ट्रांसफर की गई?’

मलिक ने कहा- आरोप निराधार, वे पहले सिर्फ किराएदार थे वहां
फडणवीस ने कहा कि वह इन दस्तावेजों को जांच एजेंसियों को उपलब्ध कराएंगे और इसकी एक प्रति एनसीपी प्रमुख शरद पवार को भी भेजेंगे। फडणवीस के आरोपों को निराधार बताते हुए नवाब मलिक ने कहा,’ जिस जमीन का जिक्र हो रहा है, वहां उनका परिवार पहले से किराएदार था। बाद में उसका मालिकाना हक लिया गया। जमीन की मूल मालकिन मुनीरा पटेल है। उसने अपनी जमीन की पावर ऑफ अटॉर्नी सलीम पटेल को दी थी।’