
विदिशा की गंजबासौदा में बुधवार की रात एक अफवाह फैल गई कि गंजबासौदा नगर के गांधी चौक में एक मकान की खुदाई के दौरान दो बड़ी तिजोरियां निकली हैं, जो सोने से भरी हुई हैं और इनमें लगभग 2 क्विंटल सोना है। जिसने भी अफवाह सुनी वह गांधी चौक की और जा दौड़ा। किसी ने इस अफवाह की सूचना स्थानीय प्रशासन और पुलिस को भी दी, जिससे वह भी दल-बल के साथ जा मौके पर पहुंचा।
मकान मालिक से पूछताछ कर पड़ताल की। देहात थाना प्रभारी महेंद्र शाक्य ने बताया कि पूछताछ में मकान मालिक राजेश माहेश्वरी ने प्रशासन को बताया कि यह तिजोरी खुदाई में नहीं मिली, बल्कि इन तिजोरियों का वह इस्तेमाल करते हैं और इनमें पुराने कपड़े भरे हुए हैं। तब प्रशासन ने इनको तिजोरी खोलकर दिखाने को कहा तो उन्होंने एक तिजोरी तो खोल कर दिखा दिया। पर दूसरी की उन्हें चाबी नहीं मिली।
इस पर प्रशासन ने उन्हें शुक्रवार तक का समय देकर तिजोरी वाले कमरे में अपना ताला लगाकर बंद कर दिया था और सुबह तक अगर चाबी नहीं मिली तो प्रशासन उसे गैस कटर से कटवा कर जांच करेगा। इसके बाद गुरुवार को दिनभर तिजोरी मालिक राजेश माहेश्वरी द्वारा उपलब्ध कराई गई तिजोरियों की चाबी से तिजोरी के ताले खोलने की कोशिश की गई। चूंकि अफवाह के चलते प्रशासन भी तिजोरी जल्द खुलवाने के दबाव में था, क्योंकि कुछ लोग प्रशासन पर भी सवाल खड़े कर रहे थे।
तिजोरी मालिक का कहना था कि मैं तिजोरी को कटने नहीं दूंगा। प्रशासन ताले खुलवाले प्रशासन ने भी सारे प्रयास कर लिए, पर ताले नहीं खुले। अंत में किसी तरह तिजोरी मालिक से तिजोरी काटने की अनुमति ली और उन्हें ग्राइंडर से कटवाया, तो तिजोरी खाली मिली।
प्रशासन गुरुवार को पूरे दिन तिजोरी के ताले खोलने का प्रयास करता रहा, क्योंकि तिजोरी मालिक राजेश माहेश्वरी तिजोरियों के काटने के खिलाफ था। गंज बासौदा देहात थाना के थाना प्रभारी महेंद्र शाक्य के अनुसार गुरुवार रात 10 बजे सबके सामने तिजोरी को बगल से ग्राइंडर द्वारा काटा गया और वो खाली निकली। तिजोरी मालिक ने पहले ही बताया था कि यह तिजोरी खुदाई में नहीं निकली, बल्कि उनकी पुश्तैनी तिजोरी है जो किसी असामाजिक तत्व ने किसी गलत इरादे से बाहर निकाली है और उसके बगल में गहरा गड्ढा भी किया है। यह तिजोरी जहां रखी, वह उनका पुश्तैनी मकान है, जहां उनका आना-जाना कम है।