Wednesday, September 24

हुकम सिंह पर टूटा पहाड़:कुएं हादसे में गिरे ट्रैक्टर को सुधारने 2 लाख का खर्चा, सिर्फ 10 हजार मंजूर

लाल पठार कुआं हादसे के बाद हुकुम सिंह ऐसे शख्स हैं जिनके ऊपर सबसे ज्यादा मुसीबत आई। इस मुसीबत से छुटकारा पाने के लिए एक महीने से लगातार जिले और स्थानीय अधिकारियों के चक्कर लगा रहे हैं। लेकिन कोई भी उनकी मदद नहीं कर पा रहा। हादसे के बाद कुआं का पानी खाली करने के लिए उनसे प्रशासन द्वारा ट्रैक्टर और पंखी सहयोग के लिए मनाई गई थी। कुएं से पानी खाली करते समय मेढ़ धसने से ट्रैक्टर और पंखी कुएं में गिर गई थी। प्रशासन मदद के तौर पर 10 हजार रुपया स्वीकृत किया है। जबकि उसकी मरम्मत और पंखी ठीक कराने में 2 लाख रुपए खर्च आ रहा है। इसका एस्टीमेट उनके द्वारा तहसील में किया जा चुका है। लेकिन उनकी समस्या का ना तो हल हो रहा है। न आर्थिक मदद का आश्वासन मिल रहा है। हुकुम सिंह का कहना है खेत में फसल खड़ी है। पिछले हफ्ते बारिश बंद होने पर दवा छिड़कने के लिए उनको किराए से ट्रैक्टर लाना पड़ा। अब तक दो बार दवा छिड़काव में 10 हजार रुपए से ज्यादा खर्च हो चुका है। उनका कहना है 20 हजार रुपया तो पूरा आयल बदलने में ही खर्च आ जाता है। उसके गिरने के कारण इंजन , पंप, डायनामा बैटरी सहित अनेक सामग्री खराब हो गई है। अकेले पंखी ही 48 हजार रुपए मैं तैयार होती है।

पिछले एक महीने से ट्रैक्टर खुला पड़ा है। फसल तैयार होने की कगार पर है। इससे संकट खड़ा हो गया है। कि वह कैसे फसल को तैयार करेंगे। आने वाली फसल के लिए समस्या उत्पन्न हो गई। यदि ट्रैक्टर नहीं सुधरा तो उनको किराए से कामकाज कराना पड़ेगा। अधिकारियों का कहना है कानूनी प्रावधान इतना मात्र 10 हजार रुपए का है। इस मामले में क्या हो सकता है मंथन किया जा रहा है।