
नगर में शुक्रवार को मोहर्रम पर्व के दौरान 12 स्थानों से सवारियां निकाली गई। 12 ताजिए कर्बला के लिए विसर्जन करने ले जाए गए। इस मौके पर लोगों ने पुष्पमाला और इत्र से उनका स्वागत किया। अमन, शांति और सद्भाव के लिए दुआ मांगी । मोहर्रम का नगर में एकता और सद्भाव के बीच मनाया जाता है। जहां सवारियां मुस्लिम वर्ग उठाते हैं वही कुछ सवारियां हिंदू वर्ग के लोग उठाते हैं। नगर में 12 स्थानों से सवारियां उठाई जाती है। जो नगर में भ्रमण पर निकलती हैं। इनका हिंदू मुस्लिम दोनों ही वर्ग स्वागत सम्मान करते हैं। इसी प्रकार नगर में मोहर्रम पर 12 स्थानों पर ताजिए बनाए गए। लेकिन बारिश के कारण चार बड़े ताजिए ही गांधी चौक स्थित इमामबाड़ा पहुंचे। शेष आठ ताजियों को लोग सीधे विसर्जन के लिए बेतवा कर्बला घाट ले गए।
ताजिए रवाना होने से पहले लोगों ने तबर्रुक चढ़ाया। शरीयत की दुआ मांगी। नगर में सवारियों के भ्रमण का सिलसिला दिन भर मुख्य मार्ग और गलियों में चलता रहा। इस मौके पर महलों वाले और रुसल्ला बाले बाबा के स्थानों को विशेष रुप से सजाया गया। दोनों स्थानों पर बड़ी संख्या में लोग भी दुआ मांगने तबर्रुक चढ़ाने पहुंचे।