Thursday, September 25

अडाणी ग्रुप डिजिटल में खेलेगा बड़ा दांव:अब सुपर ऐप लाने की तैयारी, जियो, टाटा और ITC जैसों को मिल सकती है टक्कर

  • शुरुआत में ग्रुप कंपनियों और अन्य कंपनियों की सेवाओं और प्रोडक्ट उपलब्ध होंगे
  • अडाणी ने कहा कि हम दुनिया में सबसे प्रभावशाली और लाभदायक सुपर ऐप बनाएंगे

अडाणी ग्रुप अब डिजिटल में बड़ा दांव खेलने की योजना पर काम कर रहा है। ग्रुप सुपर ऐप लाने की योजना बना रहा है। इस पर वह अपनी ग्रुप कंपनियों और अन्य कंपनियों की सेवाओं और प्रोडक्ट को ऑफर करेगा। इस तरह से इस सेक्टर में पहले से मौजूद रिलायंस इंडस्ट्रीज की जियो, टाटा और आईटीसी जैसी कंपनियों से सीधे टक्कर होगी।

डिजिटल लैब्स के साथ अडाणी की मीटिंग

अडाणी ग्रुप के चेयरमैन गौतम अडाणी ने अडाणी डिजिटल लैब्स के कर्मचारियों के साथ इस संबंध में अपनी पहली आंतरिक मीटिंग की है। अडाणी ने करीब 80 युवा कर्मचारियों को संबोधित करते हुए कहा कि, हमें डिजिटल दुनिया की फरारी होनी चाहिए। हमें विशाल इकोसिस्टम में भारत के हर इंसान के लिए ऐप डिजाइन करना चाहिए।

जल्द ही सुपर ऐप लॉन्च होगा

अडाणी ग्रुप जल्द ही एक सुपर ऐप लॉन्च करेगा, जिसका उद्देश्य समूह की सभी कंपनियों के सभी ग्राहकों को एक इंटिग्रेटेड प्लेटफॉर्म में डिजिटल लेन-देन का रास्ता बनाना होगा। इसका मतलब यह है कि जहां अडाणी पोर्ट का एक ग्राहक इसका इस्तेमाल लेन-देन करने के लिए कर सकता है, वहीं अडाणी ग्रीन का भी ग्राहक इसी प्लेटफॉर्म की सुविधा उठा सकेगा।

प्रभावशाली सुपर ऐप बनाएंगे

अडाणी ने टाउन हॉल में कहा कि हम दुनिया में सबसे प्रभावशाली और लाभदायक सुपर ऐप बनाएंगे। ग्रुप ने इस साल 1 अप्रैल को नितिन सेठी को कंज्यूमर बिजनेस के लिए चीफ डिजिटल ऑफिसर नियुक्त किया था। डिजिटल लैब ने अब लोगों को हायर भी करना शुरू कर दिया है। अडाणी ने कहा कि उन्हें यह तय करने में 30 मिनट से भी कम समय लगा कि हमें इस स्पेस का मजबूत प्लेयर बनना होगा। अडाणी ग्रुप के साथ फिलहाल 40 करोड़ ग्राहक हैं। इसके विभिन्न

अडाणी इंटरप्राइजेज के नाम से जाना जाता है डिजिटल लैब

अडाणी डिजिटल लैब को अडाणी एंटरप्राइजेज के नाम से जाना जा रहा है। यह दुनिया के सबसे बड़े पैरेंट इनक्यूबेटर में से एक है। समूह की कंपनियों के ग्राहक 15% की दर से बढ़ रहे हैं। डिजिटल विंग का उद्देश्य डिजिटल प्लेटफॉर्म पर इसके हर ग्राहक को जोड़ना है। चेयरमैन का मानना है कि यह सुपर ऐप स्टूडेंट्स से लेकर दादा-दादी, दुकानदार, किसान और फूड स्टॉल मालिकों सहित हर वर्ग के लोगों के लिए काम करेगा।

चेयरमैन के भतीजे सागर अडाणी और उनके बेटे जीत अडानी को डिजिटल स्पेस की अगुआई करने का जिम्मा सौंपा गया है।

ITC भी सुपर ऐप लॉन्च करेगी

देश की सबसे बड़ी FMCG कंपनियों में से एक ITC ने बुधवार को कहा कि वह अपना सुपर ऐप ITC MAARS लॉन्च करने वाली है। MAARS यानी मेटा मार्केट फॉर एडवांस्ड एग्रीकल्चर एंड रूरल सर्विसेस। यह किसानों को रेवेन्यू बढ़ाने के साथ-साथ ITC के वर्ल्ड क्लास ब्रांड्स को ड्राइव करेगी। टाटा ग्रुप अपने सुपर ऐप पर ग्रुप के अलग-अलग प्रोडक्ट्स और सर्विसेस को लाने की तैयारी में है। अगले महीने इसका पायलट प्रोजेक्ट भी शुरू होने वाला है। इसके लिए टाटा डिजिटल नाम से कंपनी बनाई गई है, जो कंज्यूमर-फेसिंग बिजनेसेस को साथ में लाएगी।

जियो का प्लान 100 से ज्यादा प्रोडक्ट और सर्विसेस देने का है

रिलायंस इंडस्ट्रीज की जियो का प्लान तो अपने प्लेटफॉर्म पर 100 से अधिक प्रोडक्ट्स और सर्विसेस देने का है। इसके लिए उसने फेसबुक और गूगल से इन्वेस्टमेंट भी हासिल किया है। भारत में टाटा ग्रुप और ITC सुपर ऐप इकोसिस्टम में शामिल होने वाली नई कंपनियां हैं। जियो के तहत शॉपिंग, कंटेंट स्ट्रीमिंग, ग्रॉसरी, पेमेंट्स, क्लाउड स्टोरेज सर्विसेस, टिकट बुकिंग्स जैसी अपनी अलग-अलग ऑफरिंग्स को एक प्लेटफॉर्म पर पेश किया गया है।

पेटीएम भी सुपर ऐप हो चुका है

देश में सबसे बड़े आईपीओ की तैयारी कर रहे पेटीएम का प्लेटफॉर्म पेमेंट्स से शुरू होकर अब यह सुपर ऐप आपको टिकट बुकिंग, गेम्स, ऑनलाइन शॉपिंग, बैंकिंग, कंज्यूमर फाइनेंस के साथ-साथ इन्वेस्टमेंट ऑप्शन भी देता है। इसी तरह फ्लिपकार्ट ग्रुप का पेमेंट्स ऐप फोनपे भी ओला कैब्स, स्विगी, ग्रॉफर्स, अजियो, डैकेथलॉन, दिल्ली मेट्रो, बुकिंग डॉट कॉम (booking.com) जैसी सेवाओं को अपने ऐप पर पेश कर रहा है।

एसबीआई का भी लक्ष्य सुपर ऐप का

देश के सबसे बड़े बैंक भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) ने 2017 में डिजिटल ऐप YONO (यू ऑन्ली नीड वन) को लांच किया था। इसे सुपर ऐप बनाने का लक्ष्य है। इस पर पहले सिर्फ बैंकिंग सर्विसेस ऑफर हो रही थीं, पर अब ग्रुप कंपनियों की अन्य सर्विसेस को जोड़कर इसे फाइनेंशियल सुपरस्टोर बनाने की तैयारी है। एसबीआई इसे एक अलग कंपनी बनाकर लिस्ट कराने की योजना पर काम कर रहा है। अभी इसका वैल्यूएशन 1.50 लाख करोड़ रुपए का है। एसबीआई का मानना है कि यह आने वाले समय में 3 लाख करोड़ रुपए के वैल्यूएशन वाला ऐप हो सकता है।