नई दिल्ली। सरकार देश�के�12 प्रमुख बंदरगाहों के आस-पास एक-एक स्मार्ट शहर विकसित करने की एक महत्वाकांक्षी योजना पर काम रही है जिन पर अनुमानित कुल 50,000 करोड़ रूपए का निवेश किया जाएगा। इस परियोजना के बारे में सड़क एवं परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने बताया कि हम 12 बड़े तटीय शहरों (पोर्ट) में स्मार्ट सिटी बनाने की योजना पर काम कर रहे हैं। इनमें कांडला, मुंबई, जेएनपीटी, मर्मुगांव, न्यू मैंगलोर,कोच्चि, चेन्नई, एन्नोर, विशाखापट्टनम, कोलकाता, पारादीप, वीओ चिदंबरनार शामिल हैं। इसकी कुल लागत 50,000 करोड़ रूपए के करीब है। हर पोर्ट में एक स्मार्ट सिटी तैयार की जाएगी। यह काम चार-पांच महीने में शुरू होगा और पांच साल में पूरा होने की उम्मीद है।
गडकरी ने बताया कि इन शहरों को अंतरराष्ट्रीय मानकों के अनुरूप विकसित किया जाएगा और यहां चौड़ी सड़कें, अक्षय ऊर्जा, उन्नत टाउनशिप व हरियाली होगी। इसके अलावा, इन स्मार्ट शहरों और बंदरगाहों के पास ई-गवर्नेस लिंक्स, अंतरराष्ट्रीय स्तर की सुविधाएं, विशेष आर्थिक क्षेत्र, जहाज निर्माण और तोड़ने के केंद्र होंगे।
जीपीएस से टै्रकिंग
गडकरी ने बताया कि स्मार्ट सिटी बनाने के लिए जमीन को जीपीएस सिस्टम के द्वारा चिह्नित किया जा रहा है। इन जमीन को हम किसी भी बिल्डर या डेवलेपर को नहीं देंगे, बल्कि यहां हम स्वयं विकास कराएंगे