
- मंगलवार दोपहर गांव में बेफिक्री से घूमते आरोपी को संदेह के आधार पर पकड़ा
- पुलिस की निगरानी में हुआ मृतक बच्ची के शव का अंतिम संस्कार, परिवार में मातम
शमशाबाद थाना क्षेत्र के डाबरी में 12 साल की बच्ची के साथ बलात्कार और हत्या की घटना को अंजाम देने वाला आरोपी गांव का ही चरवाहा निकला। जंगल में बच्ची को अकेला पाकर आरोपी 25 वर्षीय राजेश अदिवासी ने उसके साथ पहले दुष्कर्म किया, फिर बेरहमी से गला घोंटकर हत्या कर दी। आरोपी ने दुपट्टे से बच्ची का शव पेड़ से बांध दिया था, उसी दुपट्टे से बच्ची का गला और हाथ भी बांध दिए थे।
घटना को अंजाम देकर आरोपी बेफिक्री से गांव में ही घूम रहा था। पुलिस ने रात में ही संदेह के आधार पर गांव में लकड़ी काटने और जानवरों को चराने का कार्य करने वाले चार लोगों को हिरासत में ले लिया था। इन्हीं चारों संदेहियों में घटना का मुख्य आरोपी राजेश भी शामिल था। पुलिस द्वारा सख्ती से की गई पूछताछ में आरोपी राजेश ने अपना जुर्म कुबूल किया है। आरोपी को बच्ची जानती थी, इसलिए पकड़े जाने से डर से आरोपी ने दुष्कृत्य के बाद उसकी हत्या की है।
मंगलवार को डाबरी गांव के पास जंगल में दुष्कृत्य और हत्या होने के बाद मृतक बच्ची का शव रात में ही शमशाबाद से जिला अस्पताल लाया गया था। रात में ही शासकीय मेडिकल कॉलेज में वीडियोग्राफी के साथ बच्ची के शव का पीएम तीन डॉक्टरों के पैनल द्वारा किया गया। पीएम की शार्ट रिपोर्ट में भी बच्ची के साथ दुष्कर्म होना पाया गया है। बुधवार को अंतिम संस्कार पुलिस की निगरानी में हुआ। गांव के पास बने श्मशान घाट पर अंतिम संस्कार किया गया।
पहचान के ही चरवाहे ने ऐसे दिया घटना को अंजाम
एसपी विनायक वर्मा ने बताया कि मंगलवार सुबह 11 बजे बच्ची अपनी मां के पीछे जंगल गई थी। मां की दूरी बच्ची से अधिक थी। जंगल के पगडंडी वाले रास्ते में बच्ची अकेली जा रही थी। इसी दौरान राजेश आदिवासी की उसपर नजर पड़ गई। राजेश ने बच्ची को अपने पास बुला लिया और उसके साथ दुष्कृत्य किया। दुष्कृत्य करने के बाद दुपट्टे से गला घोंटकर बच्ची की हत्या कर पेड़ से बांध दिया। एसपी विनायक वर्मा ने बताया कि बच्ची भी आरोपी को पहचानती थी, इसलिए आरोपी ने पकड़े जाने के डर से बच्ची की हत्या कर दी।
5 दिन पहले ही बच्ची का सिरोंज छात्रावास में कराया था दाखिला
इस घटना से मृतक बच्ची के माता-पिता सहित अन्य परिजन बुरी तरह आहत हैं। मृतक के घर से लेकर गांव में मातम पसरा हुआ है। पीड़ित पिता ने बताया कि उसकी बेटी कक्षा 6वीं में थी। गांव से स्कूल की दूरी तीन किमी थी। पिता का कहना था कि गांव से स्कूल की दूरी अधिक होने से पांच दिन पहले ही उसने अपनी बच्ची का सिरोंज के कन्या छात्रावास में दाखिला कराया था। पिता ने बताया कि उसकी दो बेटी और एक बेटा है। बेटियों में मृतका छोटी थी। पिता का कहना है कि उसकी बेटी की हत्या और दुष्कृत्य करने वाले आरोपी को फांसी की सजा मिलनी चाहिए।
शमशाबाद विधायक ने 25 हजार रुपए की दी सहायता
घटना के बाद बुधवार दोपहर शमशाबाद विधायक राजश्री सिंह व उनके पति रुद्रप्रताप सिंह पीड़ित परिवार से मिलने गांव पहुंचे। विधायक राजश्री सिंह ने पीड़ित परिवार को 25 हजार रुपए की आर्थिक सहायता दी। इसके साथ ही यह ढांढस बंधाया कि आरोपी को सख्त से सख्त सजा दिलाने का प्रयास किया जाएगा।
इसके अलावा शाम को विदिशा विधायक शशांक भार्गव व कांग्रेस जिला अध्यक्ष निशंक जैन सहित कांग्रेस के अन्य नेता भी पीड़ित परिवार से मिलने पहुंचे। विधायक भार्गव ने आरोप लगाते हुए कहा कि क्षेत्र में कई अनैतिक कार्य हो रहे हैं लेकिन पुलिस कार्रवाई नहीं करती है।
उन्होंने पांच लाख रुपए की सहायता पीड़ित परिवार को दिए जाने की मांग की। जिला अध्यक्ष निशंक जैन ने यह मुकदमा फास्ट ट्रैक कोर्ट में चलाकर आरोपी को कड़ी सजा दिलाने की मांग की। इसके अलावा कांग्रेस के देवेंद्र राठौर, दीपक वाजपेयी, राजकुमार पासी आदि ने कलेक्टोरेट में सीएम के नाम ज्ञापन देकर पीड़ित परिवार को 7 लाख रुपए त्वरित सहायता राशि दिए जाने की मांग की है।