
सिंध नदी में बाढ़ से भिंड जिले के कई गांव डूब चुके हैं। बड़ी आबादी बेघर हो गई है। रौन तहसील के सिंध नदी से 2 से 3 किलोमीटर दूर तक के गांवों में जलभराव हो गया है। ऐसा ही एक गांव मड़वारी है। मड़वारी चारों ओर से पानी से घिर गया है। यहां के 300 लोग मंगलवार शाम 4 बजे से फंसे हुए हैं। 44 घंटे बाद भी मदद नहीं मिल पाई है। यहां की एक युवती प्रियंका गोयल ने सोशल मीडिया पर वीडियो जारी जारी कर मदद की गुहार लगाई है। उसने कहा है कि मेरा गांव टापू पर है। पानी बढ़ रहा है। टापू डूबने लगा है। प्लीज… प्लीज जान बचा लीजिए। यह वीडियो, गुरुवार की सुबह फेसबुक और वॉट्सऐप ग्रुप पर शेयर हुआ। वीडियो प्रशासनिक अफसरों के पास पहुंच गया है।
वीडियो में युवती कह रही है, मेरा नाम प्रियंका गोयल है। मैं मड़वारी, पोस्ट निवसाई थाना रौन की रहने वाली हूं। मेरा गांव टापू पर बसा है। हर ओर पानी आ चुका है। गांव डूबने वाला है कृपया मदद करें। प्लीज हम लोगों को बचा लीजिए।
राशन खत्म हो गया
इसके बाद गुरुवार सुबह 11 बजे बातचीत के दौरान युवती ने बताया कि हम लोग पानी में फंसे हुए हैं। तीन दिन हो गए। राशन खत्म हो गया। कोई मदद के लिए नहीं आ रहा है। बाढ़ का पानी लगातार बढ़ रहा है। 300 लोग फंसे हैं। वे यहां से निकलने का रास्ता ढूंढ रहे हैं, लेकिन कोई रास्ता नजर नहीं आ रहा है।
पीपल पर चढ़ा युवक
उमरी थाना क्षेत्र के आतरसूमा पुरा डूमना पर छेरे वाले बाबा के स्थान पर एक युवक बाढ़ से बचने के लिए पीपल के पेड़ पर चढ़ गया। यहां युवक 12 घंटे से फंसा हुआ है। भूखा-प्यासा रहकर जिंदगी बचाने के लिए संघर्ष कर रहा है।
रात भर चला रेस्क्यू ऑपरेशन
भिंड जिले में बाढ़ में फंसे लोगों के बचाव को लेकर रातभर रेस्क्यू ऑपरेशन चला। कलेक्टर डॉ. सतीश कुमार एस और एसपी मनोज कुमार सिंह रात 1 बजे तक भारौली थाना क्षेत्र के अंतर्गत सिंध नदी के गांव का जायजा लेने गए। यहां फंसे लोगों के बचाव व राहत का कार्य किया गया।
कहां क्या स्थिति
- ऊमरी थाना क्षेत्र के खैरा श्यामपुरा गांव बाढ़ का पानी आने से खाली कराया गया।
- भिंड क जखमौली और टेहनगुर गांव छोड़ने की चेतावनी दी गई।
- असवार थाना क्षेत्र के ग्राम बरहा और गिरवासा गांव में फंसे 36 लोगों और 20 भैंसों को रेस्क्यू करके पानी से बाहर निकाला गया।
- असवार थाना पुलिस ने बाढ़ में फंसे लोगों का रेस्क्यू कराते हुए भोजन कराया।
- बेसली नदी में उफान आने पर ग्राम दोनिया पुरा का खाली कराया गया।
- जिले के अतरसूमा और महायर जैसे गांव जो ऊंचाई पर बसे हैं। वे टापू की तरह नजर आ रहे हैं।