
पिछले सोमवार को एक दिवसीय धरना प्रदर्शन के बाद पंचायतकर्मियों ने इस सोमवार से अनिश्चितकालीन हड़ताल शुरू कर दी है। उनके अनुसार सरकार द्वारा मांगें नहीं मानी जा रही है। वहीं मानसिक रुप से प्रताड़ित होकर जान गंवाने वाले भीकनगांव जनपद सीईओ राजेश बाहेती सुसाइड केस में भी ढिलाई बरती जा रही है। मामले में सभी पहलुओं पर जांच होनी चाहिए।
पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग अधिकारी/कर्मचारी संयुक्त मोर्चा संघ के आव्हान पर पंचायतकर्मियों की प्रदेशव्यापी हड़ताल जारी है। हड़ताल को सभी पंचायत संगठनों का समर्थन है। मांगों में वेतन विसंगतियों को दूर करने के साथ रोजगार सहायकों की सेवा नियमित किए जाने आदि मांगे है। राजनीतिक दबाव झेल रहे अफसरों को विशेष अधिकार दिए जाए। ताकि उन्हें आत्महत्या जैसा कदम न उठाना पड़े।