Tuesday, September 23

लोग जंगल में हो रहे थे एकत्रित:मुरवास लटेरी जैसे हालात न बनें, इसलिए बिना इजाजत जंगल में प्रवेश करने से रोका

दो दिन से चल रहे कार्यक्रम में सैकड़ों की तादाद में लोग जंगल में हो रहे थे एकत्रित

मुरवास लटेरी जैसी घटनाएं न हों, इसके चलते प्रशासन ने त्योंदा तहसील अंतर्गत ग्राम कोहना के जंगल में दो दिन से चल रहे कार्यक्रम पर रोक लगा दी। बिना इजाजत जंगल में प्रवेश न करने की हिदायत भी दी। ग्रामीणों ने शिकायत की थी दो दिन से मुस्लिम समुदाय के लोग बड़ी तादाद में एकत्रित हो रहे हैं। इसके बाद प्रशासन हरकत में आया। जो लोग एकत्रित हो रहे थे, उनको समझाइश दी।

साथ ही दो टूक शब्दों में कह दिया कि यदि कोई कार्यक्रम करना है तो ईदगाह, मस्जिद या घर पर ही करें। जंगल या सार्वजनिक स्थान पर नहीं। इसके लिए पहले स्वीकृति लें। जबकि एकत्रित होने वाले लोगों का कहना था बारिश के लिए दुआ मांगने एकत्रित हो रहे हैं। इनमें आसपास के गांव के अतिरिक्त बाहर के भी लोग शामिल थे।

शिकायत मिलने के बाद जंगल मैं प्रवेश पर रोक लगा दी है। वन विभाग बिना अनुमति किसी प्रकार की गतिविधियां ना हो इस पर पर नजर रखे हुए हैं।
रोशन राय, एसडीएम गंज बासौदा।

प्रशासन की दो टूक-कोई कार्यक्रम करना है तो ईदगाह, मस्जिद या घर पर ही करें

मुरवास लटेरी जैसे हालात न बनें
ग्रामीण उदय घोसी गौरव दुबे राघव कुर्मी का कहना है ग्राम कोहना के आसपास बड़ी तादाद में वन भूमि खाली पड़ी है। इसके चलते इस वन भूमि पर बारिश के दौरान अतिक्रमण की आशंका रहती है। इसके चलते जंगल की जमीन पर मुरवास और लटेरी में भी इसी प्रकार अतिक्रमण हुआ था। बाद में यह अतिक्रमण बड़े विवाद का कारण बना। इसलिए ऐसी स्थिति त्योंदा वन क्षेत्र के आसपास न बने।

ग्रामीणों ने पुलिस, राजस्व व वन विभाग से शिकायत की

दो दिन से बड़े संख्या में एकत्रित हो रहे लोगों को देखकर ग्रामीणों को आशंका हुई। इसकी शिकायत त्योंदा के नागरिकों द्वारा पुलिस वन विभाग और राजस्व विभाग से की गई। इसके पश्चात वन विभाग सतर्क हुआ। वन परिक्षेत्र अधिकारी अखिल सक्सेना ने बताया आसपास के ग्रामीणों से चर्चा करने के बाद उनको जंगल की जमीन पर बिना अनुमति किसी भी प्रकार का धार्मिक सामाजिक और व्यक्तिगत कार्यक्रम ना करने की सख्त हिदायत दी।

इन दिनों घुमक्कड़ बेलदार परिवार सक्रिय

इन दिनों घुमक्कड़ बेलदार परिवार सक्रिय हैं। वह ऐसे ही सुनसान जंगल और पहाड़ों के किनारे अपने डेरे जमाते हैं। आसपास की भूमि पर कब जा कर उसे फसल उपयोगी बना लेते हैं। त्योंदा तहसील के कई दूर-दराज के गांव में ऐसे परिवार रह रहे हैं। उनका जंगल की जमीन पर अतिक्रमण भी है।

बारिश के लिए प्रार्थना

दो दिन से चल रहे कार्यक्रम में शामिल होने वाले लोगों ने बताया यह आयोजन बारिश के लिए दुआ मांगने रखा गया था। इसी के तहत अल्लाह से दुआ मांगी जा रही थी। पहले यह आयोजन ग्राम रसूलपुर स्थित स्टेडियम में करने पर विचार किया गया था। लेकिन वहां जानवर मर जाने से दुर्गंध आ रही थी। इसके कारण यह आयोजन कोहना के जंगल में रखा गया। अच्छी बारिश के लिए दुआ मांगने के लिए सारे लोग एकत्रित हो रहे हैं।

दो दिन पहले हटाया अतिक्रमण

ग्राम पैरबासा के समीप जंगल की भूमि पर अतिक्रमण किया गया ना। इस 50 बीघा जमीन पर फसल बोई गई थी। उस फसल को वन विभाग राजस्व विभाग वन विकास निगम और पुलिस ने संयुक्त कार्रवाई करते हुए। 16 लोगों के कब्जे हटा दिए। जमीन पर बोई गई फसल को ट्रैक्टर जेसीबी चलाकर पलट दिया गया था। इस जमीन पर भी 16 लोगों ने इसी प्रकार से कब्जा किया था। इसी प्रकार मुरवास और लटेरी में जंगल की जमीन पर कब्जा किया था।