
अंधेरे के बादल छंटने वाले – कैलाश सत्यार्थी सभागार में तीनों बेटियों के विवाह पर आशीर्वाद समारोह में सीएम ने कहा
कोरोना संक्रमण से कठिन लड़ाई चल रही है। पहली, दूसरी और अब तीसरी लहर से निपटने की तैयारी है। इसी कारण प्रदेश सरकार का खजाना अभी खाली है। आर्थिक तंगी भी चल रही है। इसी कड़की के कारण ही हम कर्मचारियों और अन्य संगठनों की तमाम मांगें पूरी नहीं कर पा रहे हैं। लेकिन भाइयों चिंता की कोई बात नहीं है। जैसे ही कोरोना संक्रमण कम होगा और अच्छे दिन वापस आएंगे, वैसे ही हम सभी लोगों की मांगें पूरी करेंगे। यह बात मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान ने कही। वे गुरुवार को दोपहर यहां एसएटीआई के कैलाश सत्यार्थी सभागार में आयोजित अपनी तीनों बेटियों के विवाह के अवसर पर आयोजित आशीर्वाद समारोह को संबोधित कर रहे थे।
समारोह को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि पिछले करीब 16 महीने से कोरोना संक्रमण के चलते बजट का अधिकांश हिस्सा चिकित्सा सुविधाएं जुटाने में लग गया। कोरोना की मार सरकारी खजाने पर भी पड़ी है। इसी कारण कई योजनाओं, कार्यक्रमों पर तेजी से काम नहीं कर पा रहे हैं। अंधेरे के बादल अब छंटने लगे हैं। जल्द ही एक नई सुबह सामने आएगी और विकास कार्य तेजी से होंगे।
श्री सुंदर सेवा आश्रम की 3 पालक बेटियों के हाथ पीले किए, तीनों दूल्हों को भेंट देकर किया बारातियों का स्वागत
कलेजे पर पत्थर रखकर कह रहा हूं, यहीं से दे दो आशीष
बड़ी संख्या में आशीर्वाद समारोह में पहुंचे लोगों को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने तीनों बेटियों के विवाह समारोह में कोरोना गाइड लाइन का पालन करना है। विवाह समारोह स्थल पर ज्यादा भीड़भाड़ ना हो, इसीलिए वहां से दूर एसएटीआई के कैलाश सत्यार्थी सभागार में ही आशीर्वाद समारोह रखा गया है। प्रत्येक माता-पिता की इच्छा होती है कि उनकी बेटी की शादी धूमधाम से हो, सभी प्रियजनों को उसमें आमंत्रित करें लेकिन कोरोना गाइड लाइन के कारण मैं कलेजे पर पत्थर रखकर कह रहा हूं कि सब लोग यहीं से अपना आशीष दें। जैसे ही संक्रमण खत्म होगा तो हम सभी को भोजन के लिए बुलाएंगे।
शाम को एक साथ निकली तीनों दूल्हों की बारात
गुरुवार शाम को मुख्यमंत्री की तीनों पालक बेटियों को ब्याहने आए तीनों दूल्हों रोहन, सोनू और प्रशांत की बारात भंडारी गार्डन से एक साथ रंगई गणेश मंदिर के लिए निकली। यहां मंदिर परिसर में द्वारचार की रस्में निभाईं गई। मुख्यमंत्री और उनके बेटे कार्तिक तथा कुणाल ने गुलदस्ता देकर बारातियों का स्वागत किया। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और उनके पुत्रों ने तीनों दूल्हों को परंपरानुसार हाथ में सोने की अंगूठी पहनाई। साथ में नारियल और दक्षिणा देकर स्वागत किया। इसके बाद तीनों दूल्हे मंडप पर पहुंचे।
यहां मुख्यमंत्री और उनकी पत्नी साधना सिंह चौहान ने कन्यादान की रस्में निभाईं। पं.विष्णुदत्त शास्त्री ने विधि-विधान से तीनों बेटियों का पाणिग्रहण संस्कार करवाया। पूर्व नपाध्यक्ष मुकेश टंडन, मंडल अध्यक्ष सुरेंद सिंह चौहान ने विवाह की तैयारियों को अंतिम रूप दिया। प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री डा.प्रभुराम चौधरी ने भी इस मौके पर पहुंचकर सीएम की बेटियों को आशीष दिया।
सीएम के स्वागत में सोशल डिस्टेंस भूले भाजपाई
कैलाश सत्यार्थी सभागार में आयोजित आशीर्वाद समारोह में मंच में मौजूद मुख्यमंत्री का स्वागत करने के लिए भाजपा कार्यकर्ता बड़ी संख्या में मंच पर पहुंच गए। कार्यक्रम संचालक अरविंद श्रीवास्तव बार-बार माइक से अनाउंस कर रहे थे लेकिन कार्यकर्ता सोशल डिस्टेंस का पालन नहीं कर रहे थे। एसपी विनायक वर्मा भी मंच पर ही मोर्चा संभाले हुए थे। इस मौके पर जिला पंचायत अध्यक्ष तोरण सिंह दांगी, भाजपा जिलाध्यक्ष डा.राकेश जादौन, सहकारी बैंक के पूर्व चेयरमैन श्यामसुंदर शर्मा, भाजपा नेता मनोज कटारे प्रमुख रूप से मौजूद थे।