नीलकंठेश्वरमहादेव मंदिर परिसर उदयपुर में शिवरात्रि पर्व पर सोमवार 17 फरवरी से मेला आयोजित है। मेले की तैयारियों को लेकर बैठक आयोजित की गई। एसडीएम ओपी श्रीवास्तव ने बैठक के दौरान कहा कि शिवरात्रि पर मंदिर में आने वाले श्रद्धालुओं को दर्शन के लिए मार्ग वनवे रहेगा। महिलाओं और पुरुषों को अलग- अलग मार्ग से प्रवेश दिया जाएगा।
दर्शनों के बाद भी मेले में जाने का अलग रास्ता होगा। एसडीएम ने बैठक में कहा कि कस्बे का एक मात्र मुख्य मार्ग होने के कारण शिवरात्रि पर सुबह 6 बजे से रात तक किसी भी वाहन को मेले में प्रवेश नहीं दिया जाएगा। सभी वाहनों को बस्ती के बाहर ही खड़ा किया जाएगा। बैठक में बताया कि मेले में करीब एक लाख श्रद्धालु आते हैं। उनके लिए पानी के 12 टैंकरों व्यवस्था रहेगी। टैंंकर आसपास की पंचायतों से मंगाने के निर्देश जनपद सीईओ केबी मालवीय को दिए। आग से सुरक्षा के लिए बासौदा और कुरवाई की एक- एक फायर ब्रिगेड को पंचायत मुख्यालय उदयपुर में तैनात रखा जाएगा।
मेेले की सुरक्षा के लिए अतिरिक्त पुलिस बल के साथ नगर- ग्राम रक्षा समिति सदस्यों को तैनात किया जाएगा। बैठक में एसडीओपी अनुराग पांडे, नगर निरीक्षक सुदामा प्रसाद शुक्ला, देहात टीआई हेमंत बर्वे, तहसीलदार बीके मंदोरिया, सरोज अग्निवंशी, त्योंदा तहसीलदार रमेश मेहरा, पीएचई एसडीओ गौरव सिंघई, पंचायत सचिव मनोज शर्मा सहित ग्रामीण उपस्थित थे