
सरकार अब वातावरण से ऑक्सीजन खींचने वाली 2000 मशीनें खरीदेगी
मध्यप्रदेश में लॉकडाउन और नाइट कर्फ्यू के बाद भी संक्रमण की रफ्तार कम नहीं हो रही है। इंदौर, भोपाल और जबलपुर में सबसे ज्यादा हालत खराब है। इंदौर के गुर्जर अस्पताल में रविवार रात ऑक्सीजन खत्म होने की नौबत आ गई। अस्पताल प्रबंधन ने मरीजों के परिजन से पेशेंट को दूसरे अस्पताल में शिफ्ट करने को कह दिया। इस पर हंगामा शुरू हो गया। थोड़ी देर में परिजन खुद ही बाइक और कार पर रखकर सिलेंडर ले आए। इसी बीच वेंटिलेटर पर एक मरीज की मौत हो गई।
4 बड़े शहरों में ही 50% मरीज
प्रदेश में बीते 24 घंटे में 6,489 मरीजों की कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आई, जबकि 37 संक्रमितों की मौत हो गई। चार बडे़ शहरों- इंदौर, भोपाल, जबलपुर और ग्वालियर में ही 50% से ज्यादा मरीज मिल रहे हैं। इन शहरों में बीते 24 घंटे में 19 मौतों के साथ 2,700 से ज्यादा केस आए। चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग के भांजा और भांजी भी संक्रमित हो गए हैं।
सरकार वातावरण से ऑक्सीजन खींचने वाली 2,000 मशीनें खरीदेगी
ऑक्सीजन की बढ़ती डिमांड को देखते हुए राज्य सरकार अब 2,000 ऑक्सीजन कंसंट्रेटर खरीदने की तैयारी में है। ये एक हफ्ते में आ जाएंगी। इन्हें हर जिला अस्पताल में भेजा जाएगा। यह मशीन वातावरण से हर मिनट 1 से 6 लीटर ऑक्सीजन खींचती है। कोरोना की पहली लहर के समय केंद्र सरकार ने 2,000 ऑक्सीजन कंसंट्रेटर भेजे थे। अब प्रदेश सरकार अपने खर्च पर इन्हें खरीदेगी।
ऑफिस में कर्मचारियों की संख्या घटाई गई
मध्यप्रदेश में कोरोना के हालात बिगड़ने का असर सरकारी तंत्र पर पड़ा है। राज्य शासन ने सरकारी कार्यालयों में कर्मचारियों की उपस्थिति सीमित कर दी है। मंत्रालय और अन्य सरकारी ऑफिस में वर्ग तीन और चार के कर्मचारियों की उपस्थिति 25% रोटेशन से होगी। वर्ग एक और दो के अधिकारियों की उपस्थिति 100% रहेगी। जिलों में इस पर कलेक्टर निर्णय लेंगे।
भोपाल: वेंटिलेटर पर 700 मरीज
यहां 24 घंटे में 823 नए मरीज मिले हैं। 3 की मौत हुई है। अस्पतालों में हालात बेहद खराब हो चुके हैं। राजधानी के 51 सरकारी और निजी अस्पतालों में 900 वेंटिलेटर हैं। इनमें से 700 पर कोरोना संक्रमित हैं। सरकार और स्वास्थ्य विभाग ने अप्रैल के 10 दिन में 40 वेंटिलेटर बढ़ाए, लेकिन ये नाकाफी हैं।
इंदौर: लगातार दूसरे दिन 900 से ज्यादा केस आए
कोरोना के मामलों में इंदौर सबसे ज्यादा संवेदनशील शहर हो गया है। यहां लगातार मरीजों की संख्या बढ़ रही है। रविवार को 923 संक्रमित मिले हैं, 6 की मौत हुई। एक दिन पहले यहां 912 केस आए थे और 5 मौतें हुई थीं।
ग्वालियर: 515 संक्रमित मिले, मां-बेटी समेत 6 की मौत
प्रदेश में ग्वालियर तीसरा सबसे संक्रमित जिला बन गया है। रविवार को 1,924 सैंपल में से 515 लोगों की रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव आई है। मां-बेटी समेत 6 लोगों की मौत भी हुई है। यहां संक्रमण दर 26% पहुंच गई है। जिला प्रशासन ने शहर के 3 वार्ड के 15 से अधिक इलाकों में कंटेनमेंट जोन घोषित किया है। 19 अप्रैल तक यहां लॉकडाउन रहेगा।
जबलपुर: 496 केस सामने आए, 18,000 में बिक रहा रेमडेसिविर इंजेक्शन
यहां 24 घंटे में 469 नए संक्रमितों को पहचान हुई। अप्रैल में नए मरीजों का रिकॉर्ड हर दिन टूट रहा है। यहां अभी 2,656 एक्टिव केस हैं। सबसे बड़ी चिंता इस बात की है कि अब मरीजों को इलाज भी नहीं मिल पा रहा है। रविवार को इसकी एक बानगी दिखी। शहर के मढ़ाताल में मनीष मेडिकल स्टोर पर रेमडेसिविर का एक इंजेक्शन ब्लैक में 18 हजार रुपए में बेचा जा रहा था। एसडीएम ने सूचना पर इस मेडिकल को सील कर दिया।