Monday, September 22

भोपाल मास्टर प्लान में अब स्मार्ट सिटी व मेट्रो

Bhopal600211-02-2015-08-26-99Nभोपाल। प्रदेश में नगरीय निकाय चुनाव निपटने के बाद अब भोपाल के मास्टर प्लान को लेकर कवायद शुरू हो गई है। भोपाल का मास्टर प्लान लंबे समय से अटका है। इसे अब वर्ष-2031 की स्थिति के मद्देनजर बनाना है। इसे मेट्रो ट्रेन और स्मार्ट सिटी के हिसाब से डिजाइन किया जाएगा।

वर्तमान में भोपाल में वर्ष-2005 का मास्टर प्लान लागू है। इसके बाद 2021 के हिसाब से मास्टर प्लान बना था, लेकिन उसका ड्रॉफ्ट विवादों में पड़ गया। इसके बाद उस ड्रॉफ्ट को रद्द करके 2031 के हिसाब से नया प्लान बनाना तय किया गया। अब लाइट मेट्रो के रूट फायनल होने और स्मार्ट सिटी का प्रोजेक्ट तैयार होने के कारण भोपाल के मास्टर प्लान को नए सिरे से रिफार्म करना तय किया गया है। इसमें मेट्रो व स्मार्ट सिटी के प्रोजेक्ट के हिसाब से प्लान एरिया निर्धारित किया जाएगा। पहले विधानसभा, फिर लोकसभा और नगरीय निकाय चुनाव के कारण यह काम अटक गया था।

बड़े तालाब के कैचमेंट एरिया पर विवाद

भोपाल के मास्टर प्लान-2021 के ड्राफ्ट में बड़े तालाब के कैचमेंट एरिया में निर्माण प्रस्तावित कर दिया था। इसके बाद कई आपत्तियां उठी थीं। इस कारण विवादों के बाद ड्राफ्ट अटक गया। अब नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल के अब तक आए आदेशों के हिसाब से मास्टर प्लान को डिजाइन करके ड्राफ्ट बनेगा। इसमें एक से दो महीने का समय लग सकता है, लेकिन ड्राफ्ट बनकर जारी होने और आपत्तियां बुलाने में काफी समय लग सकता है।

प्लान एरिया पर जारी है खींचतान

छह महीने पहले जब जिला प्रशासन ने भोपाल की शहरी सीमा बढ़ाना तय किया था, तब मास्टर प्लान का प्लान एरिया भी बढ़ाने का निर्णय हुआ था। बाद में शहरी सीमा कम बढ़ाई गई। इस कारण प्लान एरिया अभी भी शहरी सीमा से कम है। इसलिए प्लान एरिया ज्यों का त्यों रखना तय हुआ है, लेकिन बिल्डर इसे बढ़वाना चाहते हैं। वजह यह कि भोपाल के आस-पास के क्षेत्र में अधिकतर बिल्डरों ने कॉलोनियां बनानी शुरू कर दी हैं। एेसे में प्लान एरिया बढऩे से शहरी सीमा से बाहर की कॉलोनियां भी शहर में आ जाएंगी, तो उनकी कीमतें बढ़ जाएंगी। इस मुद्दे पर अब खींचतान की स्थिति बन गई है।

दूसरे शहरों का सिटी डेवलपमेंट प्लान भी बनेगा

इंदौर, जबलपुर और ग्वालियर में मास्टर प्लान जारी हो चुका है। वहां अब आगामी प्लान के लिए काम होना है। इसके अलावा करीब 80 शहरों का सिटी डेवलपमेंट प्लान भी निर्माण के विभिन्न चरणों में है। इन सभी शहरों के प्लान अब नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूल सहित अन्य अपडेट गाइड लाइन के हिसाब से तैयार होंगे