Wednesday, September 24

कुंभनगरी में संतों का पहला शाही स्नान सम्पन्न:सभी सात अखाड़ों के संतों ने शाही स्नान किया, अब हर की पौड़ी पर आम लोग भी कर सकेंगे स्नान, पहले सिर्फ संतों के लिए रिजर्व था

कुंभनगरी हरिद्वार में पहले शाही स्नान के मौके पर गुरुवार को सभी सात अखाड़ों के संतों ने शाही स्नान किया। सबसे पहले जूना अखाड़े के संतों ने स्नान किया। इस बार के शाही स्नान का खास आकर्षण रहा किन्नर अखाड़ा जो पहली बार हरिद्वार कुंभ में शामिल हुआ है। आज पूरे दिन हर की पौड़ी घाट को साधु-संत के लिए रिजर्व रखा गया था। शाम 6 बजे के बाद आम लोगों के लिए भी हर की पौड़ी घाट को खोल दिया गया।

12, 14 और 27 अप्रैल को अगला शाही स्नान
आने वाले शाही स्नान जो 12, 14 और 27 अप्रैल को होने हैं, उनमें अखाड़ों का क्रम बदला हुआ होगा। आने वाले स्नानों में निरंजनी अखाड़ा पहले स्नान करेगा। अखाड़ा परिषद की बैठकों में सभी अखाड़े इस क्रम पर तैयार हुए हैं और सबको उनके स्नान का अलग-अलग समय आवंटित किया गया है।

सिर्फ साधु-संत ही स्नान कर सकेंगे
शाही स्नान को देखते हुए मेला प्रशासन और जिला प्रशासन के साथ ही हजारों की संख्या में पुलिसकर्मी और पैरामिलिट्री फोर्स हरिद्वार में तैनात कर दिए गए हैं। बड़े कॉमर्शियल ट्रकों और भारी वाहनों की शहर में एंट्री बैन कर दी गई है और कई जगह रूट डायवर्ट किए गए हैं।

स्वास्थ्य विभाग की ओर से 20 टीमों का गठन किया गया
हरिद्वार में मेलाधिकारी दीपक रावत, जिलाधिकारी सी. रविशंकर एवं कुंभ मेला पुलिस महानिरीक्षक संजय गुंज्याल ने मेला नियंत्रण भवन के सभागार में बुधवार को महाशिवरात्रि पर्व एवं शाही स्नान को सकुशल संपन्न कराने के लिए आयोजित बैठक में अधिकारियों को दिशा-निर्देश जारी किए। इसमें कोरोना को लेकर केंद्र व राज्य सरकार द्वारा जारी एसओपी का पूरी तरह पालन कराए जाने की बात प्रमुखता से दोहराई गई।

कोविड नेगेटिव रिपोर्ट लाने वालों को ही मेला परिसर में एंट्री​ दी जाएगी।​​​​​​ मेलाधिकारी ने यह भी कहा कि महाशिवरात्रि शाही स्नान को गंभीरता से लेते हुए होटल, धर्मशालाओं, लॉज आदि में ठहरे श्रद्धालुओं की भी कोविड जांच की जाएगी। इसके लिए स्वास्थ्य विभाग की ओर से 20 टीमों का गठन किया गया है। टीम के साथ दो पुलिसकर्मी भी सुरक्षा की दृष्टि से तैनात रहेंगे।