
हेल्थ मैनेजमेंट इंफार्मेशन सिस्टम (एचएमआईएस) की साल 2019-20 की रिपोर्ट के अनुसार विदिशा जिले में बालिकाओं की जन्म दर साल 2018-19 की तुलना में साल 2019-20 में 2.5 फीसदी बढ़ गई है। साल 2019-20 में बालिकाओं की जन्म दर जहां प्रति 1000 पुरुषों में 924 थी वहीं साल 2019-20 में यह 947 तक पहुंच गई है।
यह बढ़त 2.5 प्रतिशत तक हो गई है। इससे पहले साल 2017-18 में यह जन्म दर 933 थी। इससे पहले वर्ष 2001 में सेंसस के आंकड़ों के अनुसार विदिशा जिले में चाइल्ड रेक्स रेशो (सीएसआर) 943 था। इसके बाद साल 2011 की सेंसस रिपोर्ट में चाइल्ड सेक्स रेशो (सीएसआर) कम होकर 926 तक पहुंच गया था। लेकिन हाल में ही केंद्र सरकार द्वारा जिला महिला एवं बाल विकास विभाग को सेक्स रेशो एट बर्थ (एसआरबी) की एक रिपोर्ट भेजी गई है।
इसमें साल 2019-20 में एचएमआईएस के आंकड़ों का हवाला देते हुए विदिशा जिले में बालिकाओं की जन्म दर 947 बताई गई है जोकि पिछले साल से 2.5 फीसदी ज्यादा है। 24 जनवरी रविवार को राष्ट्रीय बालिका दिवस भी है। देश में केरल और छत्तीसगढ़ ही 2 ऐसे राज्य हैं जहां पर प्रति 1000 लड़कों पर 950 लड़कियां है।
कारण ग्राम सभा कर महिलाओं की सोच बदली, पोषण आहार, नुक्कड़ सभाएं, सास-बहू के बीच खुली बातचीत
जिले में बालिकाओं की बढ़ती जन्म दर के संबंध में जिला महिला एवं बाल विकास अधिकारी ब्रजेंद्र शिवहरे ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 2015 में देश के 161 जिलों में बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ योजना का शुभारंभ किया था। इसके बाद 8 मार्च 2018 को महिला दिवस के मौके पर इस योजना का विस्तार देश के 244 जिलों में किया गया था।
साल 2018-19 में नीति आयोग ने नए जिलों में विदिशा को आकांक्षी जिलों भी शामिल किया गया था। अब कुल 405 जिलों में यह योजना संचालित हो रही है। इसके अलावा जिल में ग्रापं में सास-बहू के बीच खुली बातचीत, किशोरी बालिकाओं को समझाइश, आंगनबाड़ी केंद्रों में जागरूकता के कार्यक्रम, नुक्कड़ नाटक, चौपाल, पौष्टिक पोषण आहार आदि जागरूकता के कार्यक्रम ब्लॉकस्तर पर कराए जा रहे हैं।
विदिशा जिला वर्षवार लिंगानुपात
चाइल्ड सेक्स रेशो और सेक्स रेशो एट बर्थ
1-सीएसआर ऐज पर सेंसस 2001- 943
2-सीएसआर ऐज पर सेंसस 2011- 926
3-एसआरबी ऐज पर एचएमआईएस-2017-18- 933
4-एसआरबी ऐज पर एचएमआईएस-2018-19- 924
5-एसआरअी ऐज पर एचएमआईएस-2019-20- 947
शिशु मृत्युदर प्रति 1 हजार पर 65
- 65 है जिले में शिशु मृत्यु दर प्रति एक हजार बच्चों में
- 219 है मातृ मृत्यु दर का आंकड़ा प्रति एक लाख महिलाओं का जिले में