नईदिल्ली। लोकसभा चुनाव के लिए भाजपा ने प्रचार अभियान की रूपरेखा तय कर दी। पार्टी पिछले चुनाव में कांग्रेस के खाते में गई 206 सीटों पर खास फोकस करेगी। इन सीटों में ज्यादातर पर भाजपा दूसरे नंबर पर रही थी। पार्टी के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार नरेंद्र मोदी ने यह फॉर्मूला दिया है। पार्टी इस बार मोदी के नाम से ही अभियान चलाएगी। इसे मोदी फॉर पीएम नाम दिया गया है। पार्टी कार्यकर्ता वन वोट वन नोट अभियान भी चलाएंगे। जनता से 10 से लेकर एक हजार रूपए तक चंदा मांगेंगे। इस अभियान की रूपरेखा को अंतिम रूप देने के लिए नई दिल्ली में भाजपा की अहम बैठक हुई। बैठक में संसदीय बोर्ड के सदस्य और पार्टी शासित पांच राज्यों के मुख्यमंत्री शामिल थे। इसके बाद भाजपा महासचिव अनंत कुमार ने कहा कि यह अभियान वैसा ही होगा जैसा 1977 में जयप्रकाश नारायण के नेतृत्व में चलाया गया था। तब केंद्र की कांग्रेस सरकार के खिलाफ संपूर्ण क्रांति का नारा देते हुए अभियान चला था। माना जा रहा है कि पार्टी ने दिल्ली विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी को मिली सफलता के मद्देनजर लोकसभा चुनाव में इस नई पार्टी से मिलने वाली संभावित चुनौतियों से निपटने के लिए नए सिरे से नीति बनाई है। आम आदमी पार्टी ने लोकसभा चुनाव भी लडऩे का एलान कर दिया है। पार्टी की गुजरात पर खास नजर है। वहां से पार्टी सभी सीटों पर उम्मीदवार खड़े करेगी। पार्टी का दावा है कि अहमदाबाद में हर दिन 600 लोग पार्टी की सदस्यता ले रहे हैं। आम आदमी पार्टी की गुजरात इकाई ने आठ दिसंबर से अब तक गुजरात में 50 हजार से अधिक के पार्टी की सदस्यता लेने का दावा किया है। इनमें अधिकांश लोगों ने ऑनलाईन सदस्यता ली है। राज्य के मुख्य शहर अहमदाबाद में हर दिन 600 लोग पार्टी के स्थानीय कार्यालय पहुंच कर सदस्यता ले रहे हैं। आप के गुजरात में संयोजक सुखदेव पटेल ने बताया कि राज्य में ऑनलाइन और मौन्युअली सदस्यता अभियान चलाया जा रहा है। आठ से 23 दिसंबर तक राज्यभर में 50 हजार से अधिक लोगों ने आप आदमी पार्टी की सदस्यता ली है। इनमें से 10 हजार अकेले अहमदाबाद से हैं। आप ने गुजरात में अपनी जमीन तैयार करने के लिए सदस्यता अभियान छेड़ा है। साथ ही जनवरी में राज्यव्यापी झाडू यात्रा निकालने का ऐलान भी किया है। मोदी ने पार्टी के मुख्यमंत्रियों, केंद्रीय पदाधिकारियों और प्रदेश अध्यक्षों को जीत के लिए फॉर्मूला बताया। कहा कि पिछले लोकसभा चुनाव में कांग्रेस को 206 और भाजपा 116 सीटें मिली थीं। कांग्रेस जिन सीटों पर जीती थी, उनमें अधिकतर भाजपा नंबर दो थी। ऐसी सीटों पर भाजपा कांग्रेस में मतों का अंतर सिर्फ 89 लाख था। बीते पांच साल में ऐसे निर्वाचन क्षेत्रों में 12 लाख नए मतदाता जुडे हैं। केंद्र में कांग्रेस के 10 साल के शासन के खिलाफ भाजपा चार्जशीट लाएगी। पाटी्र ने खुद के दम पर 272 लोकसभा सीटें जीतने का लक्ष्य रखा है। देशभर की 400 लोकसभा सीटों पर पार्टी अपने उम्मीदवार चुनने से पहले सभाएं करेगी। दिल्ली विधानसभा चुनाव के दौरान आम आदमी पार्टी ने जनता से ही चंदा मांगा था। इस तरह उसने आम वोटरों को अपने अभियान का हिस्सा बनाने की कोशिश की। भाजपा का वन वोट वन नोट अभियान भी इसी तर्ज पर चलाया जाएगा। इसे मोदी की बनाई रणनीति माना जा रहा है। इसके तहत भाजपा कार्यकर्ता 10 करोड़ परिवारों तक पहुंचेंगे। मोदी एक रैली में कहा था कि महाराष्ट्र में अब तक 26 मुख्यमंत्री हुए। लेकिन गुजरात में मुकाबले विकास कम हुआ। इस पर शिवसेना अध्यक्ष उद्धव ठाकरे ने पार्टी मुखपत्र सामना में कहा कि मोदी अब पूरे देश के नेता बन गए हैं। वे महाराष्ट्र की फिक्र करना छोड़ दें।