नई दिल्ली। अब अगर आपके बैंक खाते में कोई ऎसा लेन-देन हो, जो आपने नहीं किया हो, तो इसे सहज रूप से लेने की गलती ना करें। हो सकता है आतंकी संगठनों ने आपका बैंक खाता हैक कर लिया हो और आपकी बिना अनुमति के आपके खाते से पैसा उड़ा लिया जाए। हाल ही में एक ऎसा मामला सामने आया है जिसमें बड़ी चतुराई से हैकर्स ने एक डॉक्टर के खाते से 10 लाख रूपए चुरा लिए। डॉक्टर को इस षड़यंत्र की भनक तब लगी जब सब कुछ लुट चुका था। काश! वह ऎसा नहीं करती, तो उसके गाढ़े पसीने की कमाई यूं ही नहीं चली जाती।एक अंग्रेजी समाचार पत्र में छपी खबर के मुताबिक दक्षिण दिल्ली में रहने वाले एक चिकित्सक के बैंक खाते में ऎसी ही गड़बड़ी सामने आई है। दिल्ली की रहने वाली इस चिकित्सक का बैंक खाता पश्चिम बंगाल के पुरूलिया में है। हैकर्स ने इस चिकित्सक का बैंक खाता कु छ इस तरह हैक किया कि उसे पता ही नहीं चला कि कब उसके खाते से 10 लाख रूपए उड़ा लिए गए। हैकर्स ने उसके खाते से पैसे अपने अकाउंट में ट्रांसफर कर एटीएम से रकम निकाली। -इस चिकित्सक के अनुसार उसे दोपहर करीब 12.36 मिनट पर उसके बैंक से एक मैसेज आया जिसमें लिखा था, “प्रिय ग्राहक, एम- पासबुक के लिए ओटीपी नंबार एक्टिवेट नहीं की जा सकती है क्योंकि हमारा सिस्टम अपग्रेड किया जा रहा है। आपसे निवेदन है कि सात दिनों के बाद कोशिश करें।” इस मैसेज के बाद उसके मोबाइल पर एक कॉल आया जिसका आखिरी नंबर 613 था। फोन पर बात करने वाली ने अपने आपको बैंक के मुम्बई मुख्यालय की सरोज बताया और कहा कि बैंक के 11000 खातों में सिस्टम एरर आ गई है और क्यो ंकि उसके खाते में भी यह समस्या है इसीलिए उसे यह मैसेज मिला है। उसने बताया कि उसके खाते को सही करने के लिए उसे उसकी व्यक्तिगत जानकारी सहित बैंक खाता संख्या और डेबिट कार्ड नंबर बताने होंगेइस बातचीत के बाद करीब 1.35 बजे उसे दो एसएमएस प्राप्त हुए जिसमें बताया गया कि उसके खाते से दो बार 5 लाख रूपए निकाल लिए गए हैं। मैसेज पढ़ते ही उसके होश उड़ गए और उसने इसकी जानकारी डिफेंस कॉलोनी स्थित उसकी बैंक शाखा और पुलिस को शि कायत की। सूत्रों के अनुसार दो बैंक खातों जिनके आखिरी तीन नंबर 366 और 833 हैं, पुरूलिया के नतुरिया स्थित एसबीआई शाखा के हैं। ये दोनों खाते असदुल्ला और फतेहनुश के नाम से हैं। सूत्रों का कहना है कि फतेहनुश के खाते से 1,15,000 रूपए और असदुल्ला के खाते से 40,000 रूपए एटीएम के जरिए निकाले गए। सूत्रों का कहना है कि दोनों खाते फर्जी दस्तावेजों के जरिए बनवाए गए थे।हालांकि पुलिस का कहना है कि जब तक दोनों को गिरफ्तार नहीं किया जाता, किसी नतीजे पर नहीं पहुंचा जा सकता है। पुलिस फिलहाल बैंक से सीसीटीवी फुटेज जुटाने में लगी है। फंड इकठ्ठा करने के लिए जमात-उद-मुजाहिदीन-बांग्लादेश जैसे आतंकी संगठन फंड बैंक खातों को हैक करें, इस संभावना से इंकार नहीं किया जा सकता है।COURTSY PATRIKA
