महाराष्ट्र के पालघर की घटना को चाहकर भी नहीं भूल पा रहे है,बैसे तो भूलना भी नहीं चाहिए ,पर इस देश की हवा ऐसी है जिसमें बहुत सी महत्वपूर्ण घटनाएं भुला दी जाती है ,जैसे लाखों हिन्दुओं को कश्मीर से रातोंरात निकाल दिया ओर देश चुपचाप देखता रहा ओर सिर्फ वही बचे जो पीढित थे आज भी कैम्पों मे रहने को मजबूर है ।किसी को कहां फर्क पडा ।

आज पालघर की घटना जो 16 अप्रैल को हुई थी तव से लेकर आजतक संत समाज निरन्तर मांग कर रहा है की उस घटना की सीबीआई जांच कराई जाये पर कहा कोई सुनने बाला है ,आज पूरा देश लॉकडाउन का वहाना लेकर शांत है सिर्फ अर्नव गोस्वामी ओर एक दो न्यूज चैनल इस समाचार को महत्व दे रहज है वांकी सव मौन।
जव सोशल मीडिया पर उन संतो के फोटो देखते है तो लगता है हम उन संतों के साथ न्याय नहीं कर पा रहे है क्योंकि उन संतों की हत्या का मास्टरमाइंड कोन है उस तक अभी पुलिस नहीं पहुंची है ओर यदि पंहुच गई तो सवके सामने नाम आना चाहिए। बैसे भी महाराष्ट्र सरकार पर ओर वहां की पुलिस पर आरोप लग रहे है ऐसे मे महाराष्ट्र सरकार को सीबीआई से जांच कराकर पूरे मामले मे निष्पक्षता दिखानी चाहिए।