Monday, September 22

क्या चौथा स्तंभ, खतरे मे है!

इन दिनो देश दो, विचारधाराओं को देख रहा है ,एक है राष्ट्रवाद, तो दूसरी राष्ट्र विरोध इन दोनों विचारधाराओं मे देश के लोग भी बटे नजर आ रहे है ,ओर इस बटवारे का असर यह हुआ हे कि एक धर्म के लोग अपने विशेष अधिकारों की दुहाई देकर देश मे डर बता कर हमेशा माहौल खराब करने पर आमादा रहते है ,इस बटवारे से पत्रकार भी अछूते नहीं है उनके द्वारा दिखाये जानेवाले समाचार पर भी लोगों को अपत्ति रहती है ।दुःख की बात ये है ऐसे लोगों के पक्ष मे कुछ राजनैतिक पार्टियां खुलकर खडी हो जाती हे।

पालघर कि घटना पर सबाल के वाद जिस तरह से अर्नव गोस्वामी को मुम्बई पुलिस ने पूछताछ के नाम पर घंटों थाने मे बिठाये रखा जो पूरी तरह निन्दनीय था ,अव सुधीर चौधरी के ऊपर मामला दर्ज हुआ हे ।इससे ऐसा लग रहा हे कि अव समाचार दिखाना य समाचार प्रकाशित करना भी मुस्किल हो जायेगा।