भोपाल। आज कोरोना वायरस को लेकर आरोप प्रत्यारोप शुरू हो गये हे ,राजनैतिक पार्टियां इस संकट की घडी को अपने लिए रण का मैदान बनाना चाहती है। यह आगे समीक्षा का विषय है की किसकी कम ओर किसकी ज्यादा गलती रही हे ।
आज मध्यप्रदेश के हालात मोटेतौर फर देखें तो उन इलाकों की वजह से हालत बिगडे हे जिन इलाकों मे तबलीगी जमात के लोग एक दूसरे के सम्पर्क मे आये हैं य फिर उनके द्वारा उनकी हरकतों से । हम यदि भोपाल ओर इन्दौर की बात करे तो भोपाल मे स्वास्थ्य विभाग की अधिकारी के गैरजिम्मेदाराना रबैया विभाग को महगा पड गया इसी तरह इन्दौर ,उज्जैन, जबलपुर, मंदसौर, विदिशा ऐसे कई इलाके हे जिन पर तबलीगियो की कृपा हुई हे ।
इतना ही नहीं इन लोगों ने डॉक्टर ओर पुलिस प्रशासन को किस तरह से परेशान किया हे वह भी किसी से छिपा नहीं हे ।मध्यप्रदेश की छवि पूरे भारत मे खराब की हे ,जो इंदौर अपनी तहजीब ,स्वच्छता ओर खानपान के लिए मशहूर था उसमें जाहिल तबलीगियो ने कोरोना कखा दंश घोल दिया।
मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री ने अकेले की दम पर तुंरत निर्णय लेकर जहां शक्ति की आवश्यकता थी वहां शक्ति का प्रयोग भी किया ।ओर ये हालत अकेल मध्यप्रदेश के नहीं पूरे भारत की आमूमन यही स्थिति रही हे ।खैर जल्दी इस संकट से वहार आयेंगे ऐसी प्रभु से कामना हे।
