Sunday, October 19

तबलीगी जमात ओर आंतकवाद।

देश इस समय दोहरे संकट से गुजर रहा हे ,एक ओर जहां कोरोना का संक्रमण से सामना करना पढ रहा हे तो दूसरी ओर जाहिल जमातियों का ।पूरे विश्व मे भारत कि कोरोना को लेकर सवसे अच्छी तैयारियां चल रही थीं कि अचानक तब्लीगी जमात का षड्यंत्र उजागर हो गया । ओर देश मे कोरोना संक्रमण मरीजों की संख्या एक दम बढ गई ,यहां तक भी ठीक था , पर जमातियों द्वारा प्रशासन को चुनौती देना ,मस्जिदों मे छिप जाना ,बहार निकलने पर जगह जगह थूकना, अस्पतालों मे नर्सों से अभद्रता करना ।

जिहादियों ओर जमातियों के व्यवहार एक सा दिखाई देने से स्पष्ट लगने लगा कि भारत एक आंतकवाद हमले का सामना कर रहा हे ,क्योंकि इन जमातियों को कहीं भी यह अहसास नहीं हे कि उनसे गलती हुई हे ओर उस गलती को सुधरने के लिए वह इस गंभीर बीमारी से लडने मे सहयोग प्रदान करे ,मानव सभ्यता को बचाने के लिए आगे आये ।उल्टे उनका व्यवहार ने पूरी मुस्लिम समाज को शर्मिंदा करने का कार्य किया हे।

दुःख की बात ये हे ये धर्म के ये नुमाइंदे कैसा धर्म का ज्ञान देते होंगे जव इन लोगों का स्वयं का व्यवहार इतना गैरजिम्मेदाराना हे ये पांच बक्त की नमाज़ अदा करने की ओर अपने इमान की बात करते हे पर ये कैसा दोहरा चरित्र दिखाई दे रहा हे ।आज पूरा भारत मे इन लोगों ने ऐसा जहर घोल दिया हे न जाने कितना समय लगेगा ये तो समय ही जाने पर ये भी उतना ही दुखद हे की इन जाहिलों के व्यवहार को लेकर मुस्लिम समाज भी चुप हे वो इन लोगों का विरोध तक नहीं कर रहे ।