जयपुर। राजस्थान की 199 सीटों के लिए वोटों की गिनती शुरू हुई और मतगणना के पहले आधे घंटे में कांग्रेस और
भाजपा
च मुकाबला कड़ा दिख रहा के बी था, लेकिन ए थी। राजस्थान में तो भाजपा कार्यकर्ताओं ने जश्न मनाना शुरू कर दिया है। दूसरी ओर राजस्थान के मु
ख्यमंत्री अशोक गहलोत
ने एक प्रकार से पार्टी की हार स्वीकार कर ली है। उन्होंने राजस्थान में हार के लिए केंद्र की यूपीए सरकार की नीतियों को जिम्मेदार ठहराया। दूसरी ओर वसुंधरा राजे सिंधिया ने पार्टी की जीत का सेहरा नरेन्द्र मोदी के सिर बांधा है। पूरे प्रदेश में 74.38 फीसदी से अधिक वोटिं
ग हुई। पिछले विधानसभा चुनाव में प्रदेश में 66.41 फीसदी मतदान हुआ था, जबकि वर्ष 2003 में 67.04 फीसदी वोटिंग हुई थी। राजस्थान की 199 सीटों पर 2096 उम्मीदवारों ने अपना भाग्य आजमाया। आपको बता दें कि राजस्थान में कुल 200 विधानसभा सीट हैं, लेकिन बसपा नेता की मृत्यु के कारण एक सीट पर चुनाव नहीं हो पाया। राजस्थान चुनाव के संबंध में अभी तक जितने भी सर्वे और एग्जिट पोल आए, उन सभी में भाजपा की जीत की संभावना जताई गई। राजस्थान में भाजपा ने वसुंधरा राजे सिंधिया को अपना सीएम कैंडिडेट घोषित कर रखा है, जबकि कांग्रेस ने अशोक गहलोत के नेतृत्व में चुनाव लड़ा।मतगणना के एक घंटे के बाद भाजपा ने कांग्रेस पर बड़ी बढ़त बना ली। राजस्थान में भाजपा जीत के प्रति आश्वस्त है और 11 बजे तक भाजपा 139 सीटों पर आगे चल रही थीं, जबकि कांग्रेस 25 सीटों पर बढ़त बनाए हु