Monday, September 22

नेताजी को कमजोर न आंकें

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गंज बासौदा हाल ही में हुए नगर पालिका चुनावों में अध्यक्ष का परिणाम भले ही भाजपा के खाते में गया हो पर कांग्रेस के भी ११ पार्षद चुनकर नगर पालिका में पहुंचे हैं जो भाजपा से दो अधिक हैं। २४ वार्डों की परिषद में से भाजपा के खाते में सिर्फ ९ ही पार्षद आ सके जो बडा ही विचारणाीय है क्योंकि जिस तरह से भाजपा के संगठन के लोग मेहनत कर रहे थे उससे मात्र ९ पार्षद आना प्रश्न चिन्ह खडा करता है। जबकि कांग्रेस की ओर से सिर्फ वर्तमान विधायक निशंक जैन ही मेहनत करने में लगे थे और कांगे्रस के बागी तेनगुरिया और सावित्री त्रिवेदी भी निशंक जैन के लिए चुनौती बनी हुईं थीं ऐसे में ११ पार्षद आना भी कोई कम उपलब्धि नहीं है।
सत्ता और संगठन का गठजोड होने के बाद भी भाजपा वार्ड हारती है तो यह भी बडा सवाल है। जिसमें ४ प्रत्याशी निर्दलीय के रूप में चुनकर पहुंचे हैं । वो अलग बात है कि वह निर्दलीय किसकी गोदी में बैठते हैं। इस दृष्टि से वर्तमान विधायक निशंक जैन को कमजोर आंकना विधायक के साथ नाइंसाफ ी होगी।