
भोपाल। मध्यप्रदेश में चल रहे नगर निकाय चुनावों के परिणाम आ गए जिसमें भाजपा को भारी मात्रा में सफ लता प्राप्त हुई है। जिसमें सभी नौ नगर निगमों पर भाजपा ने जीत दर्ज की है। १२६ नगर निकायों में से भाजपा ने ७४ पर कब्जा जमाया, जबकि कांग्रेस ३३ पर ही सिमट कर रह गई। भाजपा को मिली इस जीत को मुख्यमंत्री शिवराज सिहं चौहान ने कार्यकर्ताओं की जीत बताया। शहरी निकाय के चुनावों में जिस तरह से जनता ने भाजपा पर विश्वास किया है। उससे भाजपा की जिम्मेदारी और बड जाती है क्योंकि प्रदेश की जनता प्रदेश में विकास की आस लगाए हुए बैठी हुई है।
सभी नौ निगमों में सबसे ज्यादा मतों से जीतने वाले ग्वालियर के मेयर शेजवलकर रहे जिन्हें ९१००० मत मिले। इसी तरह देवास के मेयर प्रेम कुमार को १२९३२, बुरहानपुर के अनिल भोंसले को ४०६६, सागर के अभर दरे को ८८६९, खंडवा के सुभाष कोठारी को ३४७७, रतलाम की मेयर सुनीता यार्दे को २४०११, रीवा की ममता गुप्ता को १३४५५, सतना की ममता पांडे को ३१७८५, सिंगरोली की प्रेमबती को २१२१४ मत प्राप्त हुए। इस तरह से भाजपा ने सभी नौ नगर निगमों पर अपना कब्जा बना लिया है। इस पूरे चुनाव में शिवराज सिहं चौहान के प्रति भी लोगों ने अपना विश्वास दिखाया है।
कई मंत्रियों के क्षेत्र में भाजपा को मूहं की खानी पडी। उर्जा मंत्री राजेन्द्र शुक्ला के वार्ड २३ में कांग्रेस ने जीत दर्ज की, राजस्व मंत्री रामपाल के क्षेत्र सिलावानी में निर्दलीय ने जीत दर्ज की,स्वयं भाजपा के अध्यक्ष नंद कुमार चौहान के गïृह क्षेत्र में भी भाजपा को हार का मुहं देखना पडा। यहां तक की स्वास्थ मंत्री नरोत्तम मिश्रा के क्षेत्र में भी भाजपा को करारी हार मिली है इससे साफ जाहिर है कि मंत्रियों का अपने क्षेत्र पर प्रभाव नहीं है यह तो शिवराज सिहं का जादू है जो दिखाई दे रहा है।
जहां एक ओर भाजपा के दिग्गजों के क्षेत्रों में हार दिखाई दी वहीं कांग्रेस के दिग्गज भी पीछे नहीं रहे। दिग्विजय सिहं के क्षेत्र में भी कांग्रेस तीसरे स्थान पर रहीं।ï