नागपुर। केंद्रीय भूतल परिवहन मंत्री नितीन गडकरी ने नागपुर में वोट डालने के बाद शिवसेना पर निशाना साधा। कहा कि नरेंद्र मोदी देश के प्रधानमंत्री हैं और सामना में उनके बारे में अपमानजनक टिप्पणी हम बर्दाश्त नहीं करेंगे। आत्मसम्मान की कीमत पर किसी से गठबंधन नहीं किया जाएगा। उन्होंने कहा कि सामना की वजह से दोनों दलों का गठबंधन टूटा। कहा कि हम किसी का अपमान बर्दाशत नहीं करेंगे। हमने कभी बालासाहेब ठाकरे व शिवसेना के बारे में गलत नहीं बोला है।
उद्धव के बदले सुर, कहा मोदी का करता हूं सम्मान शिवसेना पक्ष प्रमुख उद्धव ठाकरे बुधवार को मतदान करने के बाद भी भाजपा पर आक्रामक दिखे। हालांकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लेकर उनका रूख बदला हुआ दिखा। कहा, हमने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का कभी अपमान नहीं किया। मैं व्यक्तिगत रूप से नरेंद्र मोदी का सम्मान करता हूं। उद्धव ने भाजपा पर धोखा देने का आरोप लगाया। कहा कि जब भाजपा को हमारी जरूरत थी तब तब वह हमारे साथ थी, लेकिन जरूरत पूरी हो जाने के बाद पार्टी ने हमारा साथ छोड़ दिया। उन्होंने सवाल किया कि भाजपा ने हरियाणा में हजकां के कुलदीप बिश्रोई के साथ कैसा रवैया अपनाया। भाजपा ने एक रैली में बिश्रोई को हरियाणा का अगला मुख्यमंत्री बताया था। लेकिन चुनाव से पहले ही उनका साथ छोड़ दिया। ऐसा ही बर्ताव भाजपा ने महाराष्ट्र में शिवसेना के साथ किया। भाजपा ने हमारी पीठ में छुरा घोंपा है। इसका जबाव उसको देना ही होगा। गौरतलब है कि इससे पहले उद्धव ने कहा था कि जब एक चाय बेचने वाला आम आदमी प्रधानमंत्री बन सकता है, तो वे मुख्यमंत्री क्यों नहीं बन सकते। पार्टी मुखपत्र दोपहर का सामना में भी नरेंद्र मोदी के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी की गयी थी। संपादक प्रेम शुक्ला ने लिखा था कि यदि शिवसेना ने भाजपा स्टाइल में ही लोकसभा चुनावों से पहले दांव मारा होता तो मोदी के पिता दामोदारदास भी भाजपा को पूर्ण बहुमत नहीं दिला पाते। हालांकि विवाद के बाद शिवसेना ने इस बयान से अपने को अलग कर लिया था।