नईदिल्ली। निवेश आकर्षित करने की खातिर मेक इन इंडिया कैंपेन लॉन्च करने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने श्रम कानूनों में सुधार लाने के लिए गुरूवार को श्रमेव जयते योजना की शुरूआत की। इस मौके पर कर्मचारियों के लिए श्रम सुविधा पोर्टल और एक नई लेबर इंसपेक्शन स्कीम को भी लॉन्च किया गया। जिस पोर्टल की श्ुारूआत की गई है उस पर श्रम से जुड़े सभी कानूनों की जानकारी दी जाएगी। इस कार्यक्रम के लिए केंद्रीय श्रम मंत्रालय की तरफ से सभी अधिकारियों और कर्मचारियों को निर्देश जारी किया गया था कि वे प्रधानमंत्री के कार्यक्रम को लाइव देखें।
एक साथ कई योजनाएं हुईं लॉन्च
प्रधानमंत्री दिल्ली के विज्ञान भवन में आयोजित समारोह में श्रम सुविधा श्रम जांच कार्यक्रम और भविष्य निधि जमा करने वाले कर्मचारियों के लिए एक समान अकांउट योजना की शुरूआत की। इसके अलावा, उन्होंने अखिल भारतीय कौशल विकास प्रतियोगिता के विजेताओं की स्मारिका और वोकेशनल ट्रेनिंग के ब्रांड एंबेसडरों की एक पुस्तिका जारी की। इस मौके पर एप्रेंटिस प्रोत्साहन योजना की भी शुरूआत की गई।
पोर्टल में होगी सभी कानूनों की जानकारी
श्रम मंत्रालय के अतिरिक्त सचिव एके सिन्हा ने बताया कि देश में कुल 44 श्रम कानून हैं, जिनमें 16 केंद्र सरकार के दायरे में है। श्रम सुविधा आईडी नंबर भी दिया जाएगा। सिन्हा ने बताया कि औद्योगिक इकाइयों में श्रम निरीक्षकों को जांच करके तीन महीने के भीतर अपनी रिपोर्ट देनी होगी। असंगठित के मजदूरों के लिए राष्ट्रीय स्वास्थ्य बीमा योजना मजबूत की जाएगी और उन्हें स्मार्ट कार्ड प्रदान किया जाएगा।
अफसर-कर्मचारियों को था आदेश लाइव सुनें कार्यक्रम
केंद्र सरकार ने शिक्षक दिवस पर प्रधानमंत्री के संबोधन को सुनना अनिवार्य कर दिया था, जिस पर काफी विवाद हुआ था। अब केंद्रीय श्रम मंत्रालय ने श्रमेव जयते के उद्घाटन पर भी अधिकारियों को आदेश दिया था कि वे मोदी के कार्यक्रम का लाइव प्रसारण देखें।