दमिश्क। तुर्की की सीमा से लगे सीरियाई शहर कोबानी में चल रही लड़ाई के दौरान आईएसआईएस के आतंकवादी लोगों की गर्दनें काट कर उन्हें चौराहे पर टांग रहे हैं। बेगुनाहों को पकड़-पकड़ कर उन्हें मौत के घाट उतारा जा रहा है। आतंकियों के चंगुल से बच निकले लोगों का कहना है कि आईएसआईएस के लड़ाके लोगों को डराने के लिए ऐसा कर रहे हैं, ताकि कोई उनका विरोध नही कर सके। उधर, ऐसी तस्वीरें सामने आई हैं जिनसे आशंका जताई जा रही है कि आईएसआईएस लोगों को मारने के लिए रासायनिक हथियारों का इस्तेमाल कर रहा है। ये तस्वीरें आतंकियों के हाथों मारे गए कुर्द लोगों की है। मिडल ईस्ट वॉचडॉग की रिपोर्ट के मुताबिक, आईएसआईएस के हाथ संभवत: इराक के पूर्व शासक सद्दाम हुसैन के रासायनिक हथियार लग गए हैं। वैसे, यह गौरतलब है कि इराक में रासायनिक हथियार पाया जाना आज तक साबित नहीं हो पाया है।
गर्दन काट चौराहों पर टांग रहे आतंकी आतंकियों के चंगुल से भागकर तुर्की के सुरूक स्थित शिविर में पहुंचे 13 साल के दिलयार ने बताया कि कोबानी में आतंकियों ने सैकड़ों बेगुनाह लोगों को पकड़ कर उनकी गर्दनें काट दीं। फिर उन्हें शहर के अलग-अलग चौराहों पर टांग दिया ताकि बांकी बचे लोग इस्लामिक स्टे का विराध नहीं कर सकें। दिलयार ने कहा कि उसके चचेरे भाई मुहम्मद को आतंकियों ने पकड़ लिया था। जैसे ही वह चीखा, काले कपड़े पहने एक आतंकी ने उसे जमीन पर पटक दिया। छुरा निकाला और उसका सिर धड़ से अलग कर दिया। दिलयार ने बताया कि वह जैसे-तैसे वहां से भागा, लेकिन अब तक उसके दिमाग में वह मंजर निकल नहीं पा रहा है। हर तरफ बिना सिर वाली लाशेंआईएसआईएस के चंगुल से भागे लोगों का कहना है कि आईएसआईएस जिस बर्बरता से हत्याएं करता है, उसकी कोई कल्पना भी नहीं कर सकता है। उन्होंने बताया कि कोबानी में हर तरफ बिना सिर वाली लाशें पड़ी हुई हैं और कइयों की आंखें भी निकाल ली गई हैं। इनमें से ज्यादातर कुर्द हैं। ऐसे ही एक शख्स और चार बच्चों के पिता अमीन फजार ने कहा, मैंने 100 से ज्यादा ऐसी लाशें देखीं जिनसे सिर गायब थे। कुछ लाशों से हाथ या पैर गायब थे। कुछ ऐसी भी लाशें थीं जिनसे आंखें निकाल ली गई थीं और जीभ काट ली गई थी। जब तक मैं जिंदा रहूंगा, शायद ही इस घटना को भूल पाऊं।