Sunday, October 26

हिन्दू लड़कियों को इस्लाम कबूल करवाना मेरा मिशन – मौलवी मीथा

लाहौर| पाकिस्तान के कई प्रांतो में रह रही कई हिन्दू लड़कियों का जबरन धर्म परिवर्तन कराया जा रहा हैं. जिसे लेकर पाकिस्तान की सड़को पर लोग उतर रहे हैं पाकिस्तान के हिंदू लड़कियों का धर्मांतरण उतना ही पुराना है, जितनी यहां की मुस्लिम आबादी। 11-15 साल की हिंदू लड़कियां इसकी सबसे ज्यादा शिकार हो रही हैं। हाल में दो लड़कियों के अपहरण के बाद से मुद्दा फिर गरमा गया है। ऐसे में पाकिस्तान के सिंध प्रांत में हिंदुओं के लिए खलनायक बने अब्दुल खालिक मीथा ने कबूल किया कि वह हिंदू लड़कियों को मुस्लिम बनाने के मिशन पर था, है और आगे भी रहेगा। यही नहीं, वह दावे के साथ कहता है कि उसके नौ बच्चे भी यही काम करेंगे, जैसे उसके पुरखों ने किया था।

मौलवी मिथा का कहना हैं की भारत में घर वापसी कैंपेन इसलिए जल्दी ठंडा पड़ गया, क्योंकि पाकिस्तान में किसी भी हिंदू लड़की के साथ जबरदस्ती नहीं हो रही है। घर वापसी कैंपेन पाकिस्तान और इस्लाम को नीचा दिखाने के लिए ही था। अगर पाकिस्तान में एक भी हिंदू लड़की पर दबाव डालकर जबरदस्ती धर्मांतरण कराया गया होता तो भारत सबसे पहले यूएन जाता। लेकिन, उसने ऐसा नहीं किया। मेरे घर, दरगाह और दरयाल-अमन (सेफ हाउस) में 17 से ज्यादा हिंदू लड़कियां हैं, पर मैंने उनका धर्मांतरण नहीं कराया, क्योंकि वह खुद ऐसा नहीं करना चाहतीं।