इंदौर| कुछ दिनों पहले विधायक आकाश विजयवर्गीय ने एक मकान को नगर निगम द्वारा तोड़े जाने से बचाने के लिए उन्होंने नगर निगम के एक अधिकारी की बल्ले से पिटाई कर दी थी. जिससे उन्हें दो दिन तक सजा के तौर पर जेल में बंद होना पड़ा. जिसके बाद आज नगर निगम फिर उस विवादित मकान को तोड़ दिया हैं. विवादित मकान को तोड़ने की कार्रवाई शुक्रवार सुबह शुरू हो गई। निगम ने कार्रवाई की सूचना जिला प्रशासन के एडीएम को दे दी थी। भारी संख्या में पुलिस बल की मौजूदगी में दो मंजिला मकान जेसीबी की मदद से गिराया गया।
निगम के बिल्डिंग ऑफिसर (बीओ) असित खरे ने बताया कि मकान में रहने वाले एक किराएदार भेरूलाल श्रीवंश ने खुद संपर्क कर फ्लैट की चाबी ली जबकि बुधवार को वह नहीं मिला तो निगम अधिकारियों ने उसके बेटे के स्कीम-78 स्थित घर पर जाकर नोटिस दिया था। बीओ ने बताया कि जर्जर मकान में उनका जो सामान रखा था, उसे निगम के डंपर की मदद से भूरी टेकरी स्थित शहरी गरीबों के फ्लैट में शिफ्ट कर दिया गया है। किराएदार ने स्थायी रूप से फ्लैट लेने की इच्छा जताई तो उसे कहा गया है कि फ्लैट खरीदने के लिए फॉर्म भरना होगा और छह-सात लाख रुपए देने होंगे।