लखनऊ| सपा और बसपा के गठबंधन के बाद भी उत्तरप्रदेश में अखिलेश और मायावती की जोड़ी लोकसभा चुनाव में कोई कमाल नहीं दिखा पायी, जिसके बाद बसपा प्रमुख मायावती ने सपा के साथ अपने गठबंधन को तोड़ दिया| जिसके बाद कल बसपा प्रमुख ने अपने बसपा विधायकों, सांसदों और वरिष्ठ नेताओं की बैठक ली थी। इस बैठक में उन्होंने समाजवादी गठबंधन को लेकर लंबी चर्चा की और उसे लोकसभा चुनाव में मिली हार की वजह बताया।
मायावती ने चर्चा के दौरान कहा कि समाजवादी पार्टी से गठबंधन का फैसला जल्दबाजी में नहीं बल्कि सोच विचार कर किया गया था, लेकिन जो नतीजे आना चाहिए थे वे सामने नहीं आ सके। इसकी वजह उन्होंने सपा कार्यकर्ताओं द्वारा बसपा के उम्मीदवारों को सहयोग ना करने को भी बताया।मीडिया रिपोर्ट्स के हवाले से ये भी सामने आया है कि मायावती ने अखिलेश यादव को गठबंधन के लिए पूरी तरह अपरिपक्व बताया। साथ ही कहा कि मैंने उन्हें आगाह किया लेकिन वे समझ नहीं सके और उनकी पार्टी से भीतरघात होता रहा।

