Monday, September 22

नगरपालिका सबइंजीनियर के कार्यकाल के निर्माण की जांच की मांग

DSC00850गंजबासौदा। बासौदा नगरपालिका में वर्षों से जमे सबइंजीनियर राजकिशोर तिवारी के कार्य काल में हुए निर्माण कार्यों की जांच की मांग उठने लगे है। बासौदा के विकास पर अरवो रूपये खर्च होने के बाद भी स्थिति जस की तस बनी हुई है। विगत बीस वर्षों में बासौदा का जो विकास हुआ है, यदि उसका हिसाब जोड़ा जाए तो अरवो रूपए खर्च हो चुके हैं। और शहर की मूल समस्याएं वहीं की वहीं बनी हुई हैं।
बड़ते शहर की आवादी और सिकुड़ती हुई सड़कों ने शासन और प्रशासन की कार्य प्रणाली पर भी प्रश्रचिन्ह खड़े कर दिए हैं। सैकड़ों की दाताद में भवन निर्माण की अनुमति दी जा रही है। और जिम्मेदार अधिकारी यह देखना भी उचित नहीं समझते कि उक्त निर्माण तय माप दण्ड के अनुसार हो रहा है या नहीं। इतना ही नहीं चारों ओर जल निकासी के स्रोतों पर पैसे लगे कर अवैध कब्जे करावा दिए। बासौदा के विकास के लिए केंद्र और राज्य से अरवो रूपए आए पर उस पैसे का सदुपयोग हो सका है। एक सड़क दो-दो तीन-तीन बार बनाई जा रही है। त्योंदा रोड़ निर्माण के पहले उस पर डामरीकरण कर दिया गया और अब उस पर पुन: सीसी चालू कर दी गई। ऐसी एक सड़क नहीं है। कई सड़कें हैं जो दो-दो तीन-तीन बार बनाई जा रही हैं। यह सब घटिया निर्माण के चलते हो रहा है। जिम्मेदार अधिकारी निर्माण की गुणवत्ता देखने से बचते हैं। विगत दस वर्षों से सबइंजीनियर रामकिशोर तिवारी ही हैं। इनका दायित्व है कि निर्माण कार्यों की गुणवत्ता बनी रहे पर इनके कार्यकाल में हुए निर्माण कार्यों की गुणवत्ता इतनी खराब है कि दो-दो तीन-तीन बार निर्माण कराने पड़ रहे हैं। क्या उक्त निर्माणों के प्रति इनकी जवाबदेही नहीं बनती इस लिए नागरिकों ने प्रशासन से मांग की है कि इनके कार्यकाल में हुए निर्माणों की जांच कराई जाए। और यदि शासन का पैसा अपव्यय हुआ है तो उसके लिए जिम्मेदार अधिकारियों पर कार्यवाही भी की जाए।