मुजफ्फरनगर। बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह के खिलाफ चार्जशीट दाखिल की गई है। अमित शाह के भड़काऊ भाषण देने के मामले में आरोपी बनाया गया है। उन्होंने लोकसभा चुनावों के दौरान 4 अप्रैल को विवादित बयान दिया था, जिसमें जाटों को अपमान का बदला लेने की बात कही गई थी। इससे पहले मुजफ्फरनगर में सांप्रदायिक दंगे हुए थे, जिसकी वजह से इलाके में तनाव बना हुआ था। अमित शाह के खिलाफ मुजफ्फरनगर कोर्ट में चार्जशीट दायर की गई है। अमित शाह के खिलाफ धार्मिक भावनाएं भड़काने का आरोप लगाया गया है। बीजेपी के विवादास्पद नेता अमित शाह ने लोकसभा चुनावों के वक्त चुनावी सभा में भाषण दिया था, जिस पर आपत्ति जताते हुए उनके खिलाफ मामला दर्ज कराया गया था। विपक्षी दलों का आरोप था कि बीजेपी नेता वोटों का धु्रवीकरण करने के लिए ऐसे बयान दे रहे थे।
तीन साल की हो सकती है सजा बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह के खिलाफ चार्जशीट मुजफ्फरनगर कोर्ट में दाखिल की गई है। अमित शाह पर भड़काऊ भाषण देने के खिलाफ आईपीसी की धारा 188, 125, 153ए, 295ए, 505 और 123 लोक प्रतिनिधित्व अधिनियम के तहत चार्जशीट लगाई गई है। अगर उनके खिलाफ आरोप साबित होता है तो उन्हें तीन साल की सजा हो सकती है। शाह के खिलाफ मुजफ्फरनगर की नई मंडी कोतवाली में मुकदमा दर्ज हुआ था। इधर, योगी आदित्यनाथ की मुश्किलें बढ़ी, चुनाव आयोग ने दिया नोटिस भाजपा नेता और सांसद योगी आदित्यनाथ द्वारा उत्तर प्रदेश में उपचुनाव के प्रचार के दौरान भड़काऊ भाषण मामले में चुनाव आयोग ने कारण बताओ नोटिस जारी किया है। आयोग ने प्रचार के दौरान उनके भाषणों की कुछ पंक्तियों को धार्मिक वैमनस्य बढ़ाने वाला और आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन करार देते हुए योगी से बुधवार शाम छह बजे तक जवाब देने निर्देश दिया है। आयोग ने अपने बयान में गौतमबुद्धनगर के डीईओ की ओर से उपलब्ध कराई गई योगी के भाषण की सीडी और प्रैस क्लिपिंग का हवाला देते हुए कहा है कि प्रथम दृष्टया ऐसा प्रतीत होता है कि इससे आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन हुआ है। योगी की सभा पर रोक के बाद लखनऊ में तनाव: गोरक्षपीठ के उत्तराधिकारी एवं भाजपा सांसद योगी आदित्यनाथ की लखनऊ में होने वाली सभा पर रोक लगाने के बाद लखनऊ में तनाव की स्थिति है। योगी की आज उत्तर प्रदेश में कई चुनावी सभाएं हैं। लखनऊ में भी शाम उनकी एक सभा प्रस्तावित है लेकिन ऐन वक्त पर प्रशासन ने इसे रोक दिया है।