Wednesday, September 24

भारत ने तानी चीन के सीने पर 6 आकाश मिसाइलें

large139223नईदिल्ली। पूवरेत्तर राज्यों की सीमा पर भारत ने चीन को घेरने की तैयारी कर ली है। तेजपुर और छबुआ में सुखोई 30 एमकेआई की तैनाती के बाद अब भारतीय वायुसेना ने पूवरेत्तर इलाकों में 6 आकाश मिसाइलों की तैनात शुरू कर दी है। इन मिसाइलों की तैनाती का मकसद भारतीय सीमा में चीनी जेट, हेलीकॉप्टर और ड्रोन की घुसपैठ को रोकना है। एक अंग्रेजी अखबार के मुताबिक रक्षा मंत्रालय के सूत्रों ने बताया कि भारतीय वायु सेना को आकाश मिसाइलों की डिलीवरी शुरू कर दी गई है। मिसाइलों की तैनाती के बाद वायुसेना 25 किलोमीटर के क्षेत्र में किसी भी खतरे को मुंहतोड़ जवाब दे सकेगी। सूत्रों ने बताया कि आईएएफ ने पहले दो आकाश मिसाइल ग्वालियर के मिराज 2000 बेस और पुणो के सुखोई बेस पर तैनात किए हैं। इसके अलावा सुरक्षा पर केेंद्रीय कमेटी ने हाल ही में 6 और आकाश मिसाइलों की तैनाती को मंजूरी दी थी। दरअसल, पूवरेत्तर क्षेत्र में आकाश मिसाइल की तैनाती का प्लान पहले ही बना था। इसका मकसद चीन के साथ 4057 किमी लंबी सीमा (लाइन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल) को पूरी मजबूती के साथ सुरक्षित करना है। भारती महासागर में चीनी युद्धपोतों के खतरे को टालने के लिए भारतीय जल सेना बेहतर स्थिति में है, पर एलएसी के आसपास पीपुल्स लिबरेशन आर्मी की मौजूदगी हमेशा से भारत के लिए चिंता का विषय रहा है। चाहे वह इंफ्रास्ट्रक्चर हो या फिर हथियार, दोनों मामलों में हम चीन से काफी पीछे हैं जो भारतीय सुरक्षा एजेंसियों के लिए परेशानियों का सबब रहा है।
धीरे-धीरे भारत भी चीन को टक्कर देने की तैयारी कर रहा है। 5000 किमी, के रेंज वाले अग्रि-5 मिसाइल बनाने की योजना और फिर माउंटेन स्ट्राइक कॉप्र्स का गठन जिसमें 90000 से ज्यादा सेना के जवान शामिल होंगे।