भोपाल। देश में फिल्मी दुनिया से सुपर स्टार बने शाहरूख खान को औरतों से चिपकना इतना अच्छा लगता है। कि वो शायद ही किसी मंच पर किसी लड़की या औरत को अपनी वाहों में न भरते हों। उनकी दीवानगी का लाभ उठा कर सुपर स्टार कहे जाने वाले शाहरूख खान अपनी छिछोरी हरकतों से बाज नहीं आते। मानों वे भारतीय सभ्यता को तार-तार करने के लिए किसी मिशन के तहत ऐसा करते हैं। हद तो तब कर देते हैं जब किसी भी जगह वो अपनी इसी गंदी मानसिकता को उजागर कर देते हैं क्या वह जिस तरह दूसरों की लड़कियों, औरतों को अपनी बाहों में भरने की हरकत करते हैं। क्या वह अपनी बहन व बेटी या स्वयं कि पत्नी को दूसरों की बाहों में भरने की इजाजद देंगे।
पर्दा से पैक करी हुई खुद की औरतों को कभी उठाते नहीं देखा और न ही किसी मुसलमान औरत को इनके द्वारा उठाते नहीं देखा गया। हद तो तब कर दी जब एक कार्यक्रम में एक महिला पुलिस को अपनी गोद में उठा लिया। इससे साफ जाहिर होता है कि शाहरूख खान की दिल में महिलाओं की हवस इतनी है कि वह देश के कानून को भी अपने हाथों में ले सकता है। ममता बैनर्जी जैसी घटिया नेता के चलते इस तरह के गंदे लोगों के मंसूबे पूरे हो पा रहे हैं। सवाल यह उठता है कि शाहरूख खान के लाखों समर्थकों में पुलिस के प्रति क्या सम्मान होगा। उनके इस तरह के कृत्य से। पर क्या करें देश में वोट बैंक के खातिर इस तरह की घटनाओं पर कोई भी बोलने से बचता है। और भौंकू मीडिया को भी इन सब चीजों में कोई बुराई दिखाई नहीं देती। और हो सकता है कि जिस पुलिस अधिकारी को शाहरूख खान ने सरे आम अपनी वाहों में उठाया है हो सकता है उसे भी इसमें कोई दिक्कत न हो पर देश में इस तरह की घटनाओं से पुलिस के प्रति भी लोगों का नजरिया बदलता है और समाज में एक गलत विचारधारा को जन्म मिलता है।