Sunday, September 28

फसल बचाने में जिंदा जला युवक

होशंगाबाद |इटाया गांव में एक खेत में लगी आग को आंधी ने इस कदर फैलाया कि इसने 16 गांवों के सैकड़ों हेक्टेयर की फसलों को रातोंरात राख कर डाला। फसल बचाने में तीन किसान खेत में ही जिंदा जले हैं। एक अन्य ट्रक ड्राइवर की सड़क किनारे वाहन समेत लपटों में घिरने से झुलसने के बाद मौत हो गई।  आग की वजह से तीन हजार एकड़ से अधिक फसल जलने की आशंका है। रात पौने बारह बजे तक पूरे जिले की दमकलें आग को काबू करने में जुटी हुई थीं। आग का तांडव देखते हुए घायलों की संख्या बढ़ने की आशंका है। पूरा प्रशासन हाई अलर्ट पर है। उसका आपदा प्रबंधन फेल नजर आ रहा था। शहर के मंगलमय विलास निवासी लोगों ने बताया कि शाम करीब 7 बजे अचानक धूल भरी आंधी के बीच अचानक खेतों में नरवाई में आग लग गई। देखते ही देखते आग से पूरा इलाका घिर गया। आग की लपटें इतनी तेज थी की इटारसी रोड समेत पूरे शहर में दिख रहीं थीं। धीरे-धीरे आग इटारसी तक पहुंच गई।  आग की रोशनी से इटारसी का सीमावर्ती रहवासी इलाका सुर्ख नजर आ रहा था। होशंगाबाद तहसीलदार शैलेंद्र बड़ोनिया ने बताया होशंगाबाद के गांव कुलामढ़ी पवारखेड़ा, रायपुर, फेफरताल, रसूलिया, पांजराकला, निमसाड़िया, बड़ोदिया, मेहराघाट, निटाया, करोंदाढाना, ग्वाड़ी शामिल हैं। इटारसी के धोखेड़ा, तारारोड़ा, लोहारिया, रैसलपुर में आग से नुकसान हुआ है। शनल हाईवे किनारे बसे कई गांव और दोनों शहरों के सीमावर्ती रहवासी इलाके आग से घिरने के कारण लोग दहशत में रहे। आग से बचने के लिए लोग घरों से निकलकर रोड पर इकठ्ठे हो गए। सूचना मिलने पर नपा और सिक्योरिटी पेपर मिल की दमकलें पहुंची। दमकलों, टैंकरों और निजी नलकूपों से आग पर काबू पाने के प्रयास जारी थे। जिला प्रशासन ने पूरे जिले की 21 दमकलों, एंबुलेंस आदि को मौके पर बुला लिया था। आग की चपेट में आने से 4 लोगो की मौत हो गयी हैं मृतको की पहचान दिलीप पिता गुलाब सिंह (25), अमित पिता टकचंद्र (34), गुरम साहब पिता परसराम (35) के रूप में हुयी हैं एबम इनका अंतिम संस्कार होशंगाबाद में नर्मदा किनारे किया गया। वहीं एक अन्य शव की पहचान ट्रक ड्राइवर सिवनी छपारा के रंतोला गांव निवासी प्रीतम पिता फुद्दीलाल इनवतिया 25 के तौर पर हुई है।