नईदिल्ली| पुलवामा हमले के बाद से पूरे देश में आक्रोश भरा पड़ा हैं इस आक्रोश का असर जम्मू कश्मीर के अलगाववादी नेताओ पर भी पड़ा हैं, भारत सरकार ने इन एक एडवाइजरी जारी करते हुए करीब 18 हुर्रियत नेताओ की सुरक्षा बापिस ले ली हैं इसके अलावा जम्मू और कश्मीर के 155 राजनीतिक व्यक्तियों की भी सुरक्षा में बदलाव किया गया है. गृह मंत्रालय की ओर से सुरक्षा हटाए जाने या कम करने को लेकर एडवाइजरी जारी कर दी गई है.
इन नेताओ की सुरक्षा वापिस हुई
भारत सरकार ने जिन हुर्रियत नेताओ की सुरक्षा बापिस ली हैं उनमे एसएएस गिलानी, आगा सैयद मोसवी, मौलवी अब्बास अंसारी, यासीन मलिक, सलीम गिलानी, शहीद उल इस्लाम, जफर अकबर भट, नईम अहमद खान, मुख्तार अहमद वाजा, फारूक अहमद किचलू, मसरूर अब्बास अंसारी, आगा सैयद अबुल हुसैन, अब्दुल गनी शाह और मोहम्मद मुसद्दिक भट शामिल है. इससे पहले सरकार ने 4 अन्य नेताओ मीरवाइज उमर फारूक, अब्दुल गनी बट्ट, बिलाल लोन, शब्बीर शाह की सुरक्षा भी बापिस लेली गयी हैं जिस प्रकार कुल 22 लोग ऐसे हो गए हैं जिनकी सुरक्षा भारत सरकार ने बापिस ली हैं
उठ रही हैं धारा 370 हटाने की मांग
सीआरपीएफ काफिले पर हुए आतंकवादी हमले के बाद से अब जम्मू कश्मीर में लागु धारा 370 हटाने की मांग भी अब जोर पकड़ती जा रही हैं सोशल मिडिया पर लोग धारा 370 हटाने की मांग लगातार कर रहे हैं अब देखना ये हैं की मोदी सरकार धारा 370 पर क्या निर्णय करती हैं