फरीदाबाद। सूरजकुंड में भाजपा के नए सांसदों की पाठशाला शुरू हो गई है। इसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उन्हें एमपी विद डिफरेंस बनने के गुरू सिखाए। मोदी ने सांसदों से कहा मैं भी पहली दफा सांसद बना हूं। और प्रधानमंत्री कार्यालय में प्रशिक्षण ले रहा हूं। उन्होंने सांसदों को आचार, विचार और व्यवहार पर फोकस करने की नसीहत दी और कहा कि संसदीय आचरण और शिष्टाचार को हर परिस्थिति में बरकरार रखा जाए। पीएम ने नए सांसदों से यह भी कहा कि वे अपने संसदीय क्षेत्रों पर पूरा ध्यान दें और इस साल कुछ राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनावों में कांग्रेस को हराएं। दिल्ली हरियाणा बॉर्डर पर स्थित सूरजकुंड के एक होटल में चल रहे इस दो दिवसीय प्रशिक्षण शिविर में 11 सत्र होंगे। इसमें 195 सांसद शामिल हो रहे हैं। इनमें लोकसभा के 170 और राज्यसभा के 25 सांसद शामिल हैं।
शिवर में मोदी और राजनाथ सिंह के अलावा भाजपा के अन्य सीनियर नेता नए सांसदों को संसदीय कार्यों की जानकारी देने के साथ-साथ और कई बातें बताएंगे। वे अपने अनुभव भी साझा करेंगे। रविवार को पार्टी के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी इस कार्यक्रम का समापन करेंगे। इससे पहले बीजेपी अध्यक्ष राजनाथ सिंह, विदेश मंत्री सुषमा स्वराज आदि वरिष्ठ नेता इसे संबोधित करेंगे। शिवर में 40 एससी/एसटी सांसद शामिल होंगे। महिला सांसदों की तादाद 30 होगी। नए सांसदों को प्रशासनिक कार्यो, सांसद निधि के इस्तेमाल आदि के बारे में भी जानकारी दी जाएगी और उन्हें उनके अधिकारों के बारे में भी बताया जाएगा। सांसदों को बताया जाएगा कि मुश्किल परिस्थितियों में कैसे काम करना है और पार्टी को लेकर उन्हें किस तरह से जनता और मीडिया के बीच बात रखनी है। नए सांसदों को बताया जाएगा कि संसद में कैसे बढिय़ा सवाल उठाएं और शून्यकाल के दौरान दोनों सदनों में जनता से जुड़े कौन से महत्वपूर्ण मुद्दों पर बात की जाए। सांसदों को बताया जाएगा कि वे संसद में अपनी ज्यादा से ज्यादा उपस्थिति दर्ज कराएं और अपने संसदीय क्षेत्रों में लोगों की समस्याओं को किस तरह हल करें। शिविर में आने वाले सांसदों से एक-एक हजार रूपए लिए गए हैं।
इस शिविर के लिए सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं। पुलिस ने बताया कि प्रधानमंत्री मोदी की सुरक्षा तीन स्तरीय है।