मेघालय| पूर्वी जयंतिया पर्वतीय जिले की खदान में कई दिनों से फेज हुए खनिकों का अब तक कुछ भी पता नहीं चल पाया हैं वायुसेना, NDRF समेत कई एजेंसियां बीते कई दिनों से उन्हें बहार निकालने के प्रयास में लगी हुयी हैं लेकिन अभी तक सफलता हाथ नहीं लगी हैं खनिकों को बचने के लिए कई टीमे सयुक्त रूप से इस काम लगी हुयी है| संयुक्त अभियान की शुरुआत नौसेना के टीम लीडर लेफ्टिनेंट कमांडर संतोष खेतवाल ने की जो खोताखोरों को अंदर भेजने से पहले खुद खदान में पानी की सतह तक उतरे जहां उन्होंने स्थिति का जायजा लिया. पुलिस अधीक्षक सिल्वेस्टर नोंगटिंगर ने बताया कि भारतीय नौसेना और NDRF के छह गोताखोर खदान के भीतर गए और पानी की सतह से 80 फुट ऊपर की गहराई तक पहुंचे. वे दो घंटे तक खनिकों का पता लगाते रहे. उन्होंने बताया कि नौसेना के अधिकारियों के मुताबिक सतह से पानी की गहराई खदान के तल तक करीब 150 फुट के आस-पास है NDRF के सहायक कमांडेंट संतोष कुमार ने बताया की वह पानी में एक नाव उतारने में सक्षम रहे जो गोताखोरों को उनके उपकरण रखने में मददगार साबित होगा.उन्होंने बताया कि गोताखोर को एक बार फिर खदान की तह तक पहुंचाने के लिए खदान में उतरेंगे. एसपी ने बताया कि गोताखोर रविवार को कुछ नहीं ढूंढ पाए और सोमवार को वह मजदूरों की तलाश के लिए उच्च तकनीक वाले उपकरण का इस्तेमाल करेंगे.