Thursday, September 25

आडवाणी की उंगली पकड़ चलना सीखा

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अहमदाबाद। बीजेपी के वरिष्ठ नेता लाल कृष्ण आडवाणी और पीएम पद के उम्मीदवार नरेंद्र मोदी आज गुजरात में एक मंच पर नजर आए। दोनों एक साथ एक मंच पर तो थे ही साथ ही दोनों नेताओं ने एक दूसरे की खूब तारीफ की। आडवाणी ने मोदी की तारीफ करते हुए कहा कि इस बार चुनाव में बीजेपी की जीत निश्चित है। पिछले कुछ महीनों से मोदी और आडवाणी के रिश्तों में तल्खी की खबरें आ रही थीं और यह रैली यह संदेश देने की कोशिश भी है कि पार्टी में सब कुछ ठीक है। आडवाणी ने तो मोदी की तारीफ की ही साथ ही मोदी ने भ अपने गुरू आडवाणी की तारीफ करते हुए कहा कि आडवाणी जी के साथ काम करना मेरे लिए सौभाग्य की बात है। मोदी ने कहा कि मैंने आडवाणी की उंगली पकड़कर काम करना सीखा है। मोदी ने लोगों से अपील करते हुए कहा कि आडवाणी जी को भारी मतों से यहां जीताना है।
गौरतलब है कि लाल कृष्ण आडवाणी गुजरात के गांधीनगर से चुनाव लड़ रहे हैं। मोदी ने अपनी जीत का दावा करते हुए कहा कि इस बार चुनाव से पहले ही नतीजे घोषित हो गए हैं। हमें पूरी उम्मीद है कि इस बार बीजेपी की सरकार बनेगी और कांग्रेस का सुपड़ा साफ होगा। मोदी ने कहा कि कांग्रेस को इस बार राज्यों में सीटें भी नहीं मिलेंगी।
गांधीनगर से चुनाव लडऩे की बात कभी नहीं की: आडवाणी भाजपा के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी ने कहा कि उन्होंने गांधीनगर से चुनाव नहीं लडऩे की बात कभी नहीं की। आडवाणी गांधीनगर लोकसभा निर्वाचन सीट से अपना नामांकन भरने के लिए यहां पहुंचे हैंं। इस सीट से पांच बार सांसद रह चुके आडवाणी के नेंद्र मोदी से कथित मतभेदों के कारण भोपाल से चुनाव लडऩे की इच्छा जताने से उठे विवादों के संबंध में पूछे गए प्रश्रों के उत्तर में उन्होंने यह बात कही। यह पूछे जाने पर कि क्या वह गांधीनगर से खड़े होकर खुश हैं, उन्होंने कहा कि बिल्कुल खुश हूं। आखिरकार, गांधीनगर और गुजरात के साथ मेरे संबंध यहां से चुनाव लडऩे के साथ शुरू नहीं हुए हैं। यह संबंध भारत की आजादी से जुड़े दुर्भाग्यपूर्ण पहलू से शुरू हुए। उनके गांधीनगर के बजाए भोपाल को कथित प्राथमिक्ता देने के बारे में पूछे जाने पर आडवाणी ने कहा कि नहीं, यह पूरी तरह सच नहीं है। भोपाल से भी खड़े होने के लिए मध्यप्रदेश की और से काफी अनुरोध था।