जिले को मिले चार निशुल्क शासकीय शव वाहन, फोन लगाने पर शासकीय अस्पतालों में वाहन हो जाएगा उपलब्ध
स्वास्थ्य विभाग ने 108 की सेवाओं को और विस्तार किया है अब उपचार के साथ ही शवों को घर तक पहुंचाने के लिए निशुल्क शासकीय शव वाहन लोगों को उपलब्ध हो सकेगा। नई सेवा का विस्तार करते हुए पहले चरण में जिले में चार वाहन तथा पांढुर्ना में दो वाहन उपलब्ध कराए गए है। स्वास्थ्य विभाग ने पूरे प्रदेश में इस सेवा व सुविधा का विस्तार करते हुए वाहन उपलब्ध कराए है। किसी मरीज की जिला अस्पताल व अन्य शासकीय अस्पतालों में अगर उपचार के दौरान मृत्यु होती है तो उसे इस सुविधा का लाभ मिलेगा।
108 पर ही करना होगा कॉल
108 पर कॉल करने पर शव वाहन की मांग करनी होगी तथा शासकीय अस्पताल की पर्ची पर प्रबंधन से सील व साइन होने पर वह चालक को देनी होगी जिसके बाद वह अनुमति लेकर जिले में किसी भी विकासखंड व उसके किसी भी गांव में शव को निशुल्क छोडेगा। वर्तमान में जिले में यह सुविधा शुरु कर दी गई है लेकिन अभी लोगों को इस सेवा की जानकारी नहीं है, जिला अस्पताल से एक शव को बटकाखापा तक इसी वाहन के माध्यम से निशुल्क छोड़ा गया है।
अब तक प्राइवेट वाहनों का उपयोग, मनमाना किराया
किसी भी मरीज की जिला अस्पताल में मृत्यु होने पर उसे घर तक ले जाने के लिए वर्तमान में जिला अस्पताल में कोई सुविधा उपलब्ध नहीं थी। लोगों को मजबूरी में प्राइवेट एंबुलेंस का सहारा लेना पड़ता था, ग्रामीण क्षेत्रों में शव पहुंचाने का किराया तीन से पांच हजार रुपए तक वसूला जा रहा है, एंबुलेंस व प्राइवेट वाहन चालक मजबूरी का फायदा उठाते है जिस पर कुछ हद तक अंकुश लग सकेगा। मेडिकल कॉलेज को दो तथा जिला अस्पताल को दो वाहन मिले है, इन चार वाहनों का उपयोग कर शवों को घर पहुंचाया जा सकेगा।