Saturday, October 18

लाल जोड़ा पहन इंतजार करती रह गई दुल्हन, घर की चौखट से खाली हाथ लौटी बारात

अजयगढ़ के ग्राम किशनपुर में 11 मई को एक बेटी के अरमानों पर तब पानी फिर गया जब वर पक्ष ने दहेज में एक लाख रुपए की मांग की। यह मांग विवाह की रस्मों के बीच उठाई गई। इसके बाद दोनों पक्षों के बीच विवाद हो गया। आखिरकार सिंहपुर से आई बारात बिना शादी लौट गई।

ये है पूरा मामला

गांव की एक बेटी का रिश्ता सिंहपुर निवासी सोनू साहू से तय हुआ था। विवाह के लिए किशनपुर के मैरिज गार्डन में सभी तैयारियां पूरी कर ली थीं। वधु पक्ष के लोग बारात का स्वागत करने तैयार थे। दुल्हन लाल जोड़े में हाथों में मेहंदी लगाए विवाह की रस्मों का इंतजार कर रही थी। तय समय पर बारात पहुंची, लेकिन तभी दहेज को लेकर विवाद हो गया।

दहेज में एक लाख रुपए मांगने का आरोप

वधु पक्ष का आरोप था कि वे सामर्थ्य के अनुसार दहेज दे रहे थे, लेकिन वर पक्ष के लोग एक लाख की जिद पर अड़ गए। बेटी के पिता ने बताया कि अचानक इतनी राशि का इंतजाम करना उनके लिए संभव नहीं था। जब नकदी देने से मना किया गया, तो वर पक्ष ने शादी करने से मना कर दिया। मिन्नतें करने के बावजूद बिना विवाह के ही बारात वापस लौट गई।

दुल्हन के पिता ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई कि वर पक्ष एक लाख रुपए देने की मांग कर रहा था। मैंने इतने पैसों का प्रबंध करने से हाथ खड़े किए तो परिजन के साथ मारपीट की।

पैसों ने छीन ली खुशियां

दुल्हन लाल जोड़ा पहने और हाथों पर मेहंदी लगाए सात फेरे लेने का इंतजार करती रही, लेकिन दहेज की एक लाख रुपए की मांग ने उसकी खुशियां छीन लीं। जब वधु पक्ष ने रकम देने से इनकार किया, तो बारात बिना शादी के लौट गई। दुल्हन का सपना टूट गया।

शिकायत पर FIR दर्ज कर जांच शुरू

वधु पक्ष के लोगों ने दहेज नहीं देने पर शादी तोड़ने और मारपीट की शिकायत दर्ज कराई है। पीड़ित की शिकायत पर अपराध दर्ज कर मामले की जांच की जा रही है।