
की राजधानी में चाकूबाजी की वारदातें पुलिस के लिए हमेशा से चुनौती बनी हुई हैं, लेकिन अब इन दहशत गर्दों की खैर नहीं। पुलिस ने चाकूबाजों की कुंडली तैयार कर ली है। दो माह में पुलिस ने शहर के कई चाकूबाजों को जिलाबदर किया है। वारदातों के तरीके की बात करें तो ये बदमाश पैर पर या हाथ पर चाकू से हमला करते हैं और पुलिस को साधारण धाराओं में मामला दर्ज करना पड़ता है। वहीं छाती या सिर परचाकू से हमला करते हैं तो वह इतना धारदार नहीं होता कि मेडिकल में किसी धारदार हथियार की चोट साबित हो सके इसी वजह से पुलिस मेडिकल के आधार गंभीर धारा आरोपियों पर नहीं लगा पाती।
पिछले 5 साल में चाकूबाजी की 2 हजार से ज्यादा वारदातें हुई जिनमें 3 हजार से ज्यादा अपराधी शामिल हैं। इन चाकूबाजों के निवास स्थान की जानकारी निकाली गई तो सबसे ज्यादा चाकूबाज शहर के जोन 3 में रहते हैं। इसके बाद दूसरा नंबर जोन 1 का है। वहीं थानों के आधार पर बात करें तो शहर में सबसे ज्यादा चाकूबाजी करने वाले अपराधी तलैया थाना क्षेत्र में रहते है।
एक थाना क्षेत्र में रहने वाला बदमाश अन्य थाना क्षेत्रों में जाकर वारदातों को अंजाम देता है। अलग अलग थानों में केस दर्ज होने से बदमाश का रेकॉर्ड सामने नहीं आ पाता था लेकिन अब इनकी जानकारी थाना स्तर पर शेयर की गई है और हर एक बदमाश पर कितने केस दर्ज है इसका डाटा तैयार किया गया है।
शहर में चाकूबाजी की घटनाएं सामान्य सी घटनाएं बन कर रह गई है, जिसको लेकर पुलिस ने पिछले कुछ महीनों में चाकूबाजों पर लगाम लगाने के लिए कई को जिलाबदर किया है। पुलिस का दावा है कि पिछले 3 साल में चाकूबाजी की घटनाएं कम हुई है। जब ये चाकूबाज शहर में सक्रिय होते है तो इन पर कार्रवाई की जाती है।
इस संबंध में भोपाल पुलिस कमिश्नर हरिनारायण चारी मिश्रा का कहना है कि, पिछले 3 साल का आंकड़ा देखेंगे तो चाकूबाजी की घटनाओं में कमी आई है। लगातार इन पर जिला बदर और अन्य कार्रवाई की जा रही है। इनकी जानकारी सूची भी तैयार की गई है, शहर की कानून व्यवस्था न बिगड़े ये पुलिस की प्राथमिकता है और इसके लिए बदमाशों पर कार्रवाई कर रहे हैं।