Monday, September 22

सायरन की आवाज आते ही रहें अलर्ट, अटैक से पहले बरतें ये सावधानी

 हलगाम हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच जंग के हालात बन गए हैं। इसे लेकर 7 मई को ग्वालियर समेत प्रदेश के पांच जिलों में हवाई हमलों से बचने के लिए मॉक ड्रिल होगी। इसे मिशन अभ्यास नाम दिया गया है। सिविल डिफेंस की मॉक ड्रिल शाम 4 बजे से रात 8 बजे तक चलेगी। इस दौरान पूरा जिला हाई अलर्ट रहेगा। इसके जरिए प्रशासन और नागरिकों को तैयार रहने के लिए कहा गया है। मॉक ड्रिल को लेकर मंगलवार रात प्रशासन और पुलिस अधिकारियों की बैठक भी हुई। इसमें तय हुआ बुधवार शाम 7 से 8 बजे के बीच जिले में करीब 15 से 20 मिनट का ब्लैक आउट रहेगा।

मॉक ड्रिल के दौरान बुधवार को जेएएच हाई अलर्ट पर रहेगा इसके अलावा डीडीनगर और लक्ष्मीबाई कॉलोनी के पास निजी अस्पताल को भी अलर्ट पर रखा गया है। ड्रिल में 6 एंबुलेंस 12 चिकित्सक और पैरामेडिकल स्टाफ को रखा गया है।

ग्वालियर में डीआरडीओ, एयरफोर्स, सेना, बीएसएफ, सीआरपीएफ और इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन की यूनिट हैं। इसलिए जिले को हाई सिक्योरिटी जोन में रखा गया है।

हमले की संभावना का आभास होने लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाना है।

एनाउंस कर प्रशासन और पुलिस की टीम लोगों को जगह खाली करने के लिए अलर्ट करेंगी।

किसी जगह पर आगजनी या इमारत गिरने की स्थिति में लोगों को तलाशना और टेपरेरी अस्पताल या सुरक्षित जगह पर पहुंचाना।

मॉक ड्रिल में लोगों को बताया जाएगा कि हवाई हमले के दौरान अगर किसी जगह पर आगजनी होती है तो किस तरह उन्हें बचाया जाएगा। इसकी ड्रिल सिरोल में बुधवार शाम को होगी। यहां एसडीआरएफ, एनडीआरएफ, दमकल, एंबुलेंस और पुलिस की टीम ड्रिल करेंगी।

सिविल डिफेंस की मॉक ड्रिल में बुधवार को आमोनिया गैस से रिसाव से बचाव की रिहर्सल होगी। इसमें सुबह सिमको तिराहे पर कैमीकल से भरे टैंकर से बस की टक्कर होगी। एक्सीडेंट से इलाके में आमोनिया गैस का रिसाव होगा एसडीआरएफ की यह बताएगी कि किस तरह ऐसे हादसे में एक्शन लेना है। इलाके को कैसे कार्डन करना है। पुलिस और स्वास्थ विभाग की टीम के साथ इस हादसे से वहां रहने और चपेट में आने वालों को बचाने की मॉक ड्रिल करेगी। इसके लिए पुलिस की टीम के साथ चार एंबुलेंस तैनात रहेंगी।

कलेक्टर रुचिका चौहान ने बताया मॉक ड्रिल आपात कालीन हालात से निपटने की तैयारी है। इससे घबराने की जरूरत नहीं है। बुधवार शाम 4 बजे से इसके तहत कई प्रकार की एक्सरसाइज होंगी। उसमें लोगों को बचाने और सुरक्षित स्थान पर पहुंचाने की रिहर्सल होगी। शाम 7 से 8 बजे के बीच दो मिनट के लिए सायरन की तेज आवाज सुनाई देगी। उस दौरान नागरिकों को घर, दुकान और प्रतिष्ठान की लाइट बंद करना होंगी।

परिवार के लोग एक जगह पर इकट्ठा होंगे। खिड़की, दरवाजे और दुकान का शटर बंद करना है। उन पर मोटे पर्दे या ब्लैक शीट लगाएं जिससे घर के अंदर से किसी भी तरह रोशनी बाहर नहीं जाएं। यह एक्सरसाइज 10 से 15 मिनट रहेगी। इस दौरान मोबाइल की रोशनी भी बंद रखें, जो लोग सडक़ पर हैं तो गाड़ी और उसकी लाइट को बंद कर वाहन को साइड में पार्क करें। यह एक्सरसाइज 10 से 15 मिनट की रहेगी। इसके बाद फिर सायरन सुनाई देगा तो लाइट और मूवमेंट चालू करें। इसका पालन करना बेहद जरूरी है।

सात मई सिविल डिफेंस की बड़ी एक्सरसाइज की जा रही है। प्रशासन और नागरिकों को तैयार करना है। शाम 4 बजे से रात 8 बजे तक चलेगी। इस दौरान सायरन बजेंगे। नागरिकों को घर दुकान और प्रतिष्ठान की लाइट बंद करना हैं। पुलिस की टीम तैनात रहेंगी। यह अभ्यास है। गंभीर हालात से निपटेंगे के लिए किए जा रहे हैं। सभी इसमें सहयोग करें।

बुधवार को ग्वालियर जिले में आपात कालीन हालात से निपटने की तैयारी में मॉक ड्रिल है। इसमें डरने की कोई जरूरत नहीं है। आने वाले वक्त जरूरत पडऩे पर हम आपात स्थिति से निपटने के लिए कितने तैयार हैं। इसके जरिए यह देखा जाएगा। इसमें प्रशासन, पुलिस के साथ नागरिकों की भी सहभागिता रहेगी। इसलिए आमजन का सहयोग जरूरी है।

अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने बुधवार को देशभर में आयोजित की जा रही ’सिविल डिफेंस मॉक ड्रिल’ में युवाओं-विद्यार्थियों को बढ़-चढकऱ सहभागिता करने का आह्वान किया है। इस अभ्यास में एयर रेड वॉर्निंग सायरन का परीक्षण, क्रैश ब्लैकआउट अभ्यास, नागरिकों की सुरक्षित निकासी का पूर्वाभ्यास, विद्यार्थियों व आम नागरिकों को आपात स्थिति में सुरक्षा के उपाय सिखाने का प्रशिक्षण दिया जाएगा।

अभाविप की राष्ट्रीय मंत्री शालिनी वर्मा ने बताया कि मॉक ड्रिल राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए एक जरूरी कदम है,मॉक ड्रिल युद्ध की सजगता और तैयारी का प्रतीक है। ब्लैकआउट और सायरन बजने की मॉक ड्रिल से घबराएं नहीं, सावधान रहें, शासन प्रशासन का सहयोग करें।