Monday, September 22

लखनऊ, हरदोई और सीतापुर में मौसम ने ली करवट: अगले 72 घंटे संवेदनशील, बारिश और ओलावृष्टि का अलर्ट

उत्तर भारत के मौसम में अचानक आए बदलाव ने पूरे को अपनी चपेट में ले लिया है। रविवार की शाम राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण महिला सशक्तिकरण द्वारा जारी चेतावनी ने साफ संकेत दे दिए हैं कि प्रदेश में अगले कुछ घंटों से लेकर तीन दिनों तक मौसम का मिज़ाज बिगड़ा रहने वाला है। हरदोई, बाराबंकी समेत कई जिलों में बारिश के साथ ओलावृष्टि की संभावना जताई गई है, जिससे लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी गई है। मौसम वैज्ञानिकों ने प्रदेश के विभिन्न हिस्सों में गरज-चमक के साथ हल्की से मध्यम बारिश और कुछ इलाकों में ओले गिरने की चेतावनी जारी की है।

पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, बांग्लादेश और असम के ऊपर सक्रिय हुए चक्रवाती हवाओं के दबावों ने उत्तर भारत के मौसम में बड़ी हलचल पैदा कर दी है। इस पूरे सिस्टम ने अरब सागर और बंगाल की खाड़ी से आ रही नमी को उत्तर प्रदेश की ओर खींच लिया है, जिससे आसमान में बादलों की हलचल बढ़ गई है। राजधानी लखनऊ में रविवार को दिन भर बादलों की आवाजाही देखी गई, और शाम होते-होते ठंडी हवा के साथ हल्की बूंदाबांदी भी शुरू हो गई।

रविवार शाम 3:54 बजे द्वारा जारी अलर्ट में कहा गया कि अगले 3 घंटे के भीतर लखनऊ, बाराबंकी और रायबरेली जिलों में तेज़ हवाओं के साथ बारिश हो सकती है। कुछ स्थानों पर बिजली गिरने की भी संभावना जताई गई है।अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं कि वे सभी आपदा प्रबंधन से जुड़ी इकाइयों को सतर्क रखें और आम जनता को सावधानी बरतने को कहें।

मौसम विभाग की रिपोर्ट के अनुसार पश्चिमी उत्तर प्रदेश के मेरठ, बरेली, मुरादाबाद, सहारनपुर, अलीगढ़ और आगरा जैसे जिलों में भारी बादल छाए हुए हैं। इन इलाकों में गरज-चमक के साथ हल्की से मध्यम वर्षा और कुछ क्षेत्रों में ओलावृष्टि की प्रबल संभावना है। यहां स्थानीय नमी और ऊपरी वायुमंडलीय दबाव अधिक होने के कारण ओले गिरने की आशंका और भी तेज हो गई है।

लखनऊ, कानपुर, प्रयागराज, वाराणसी, सुल्तानपुर, फैजाबाद, गोंडा, बहराइच और बलरामपुर जैसे पूर्वी और मध्य यूपी के जिलों में आंशिक बादल छाए रहने और कहीं-कहीं हल्की फुहारें पड़ने के संकेत हैं। इससे दिन के तापमान में गिरावट आएगी और भीषण गर्मी से राहत मिल सकती है। विशेषज्ञों के अनुसार यह स्थिति 72 घंटे तक बनी रह सकती है।

प्रदेश के कई हिस्सों में रबी की फसल की कटाई चल रही है। ऐसे में मौसम का यह बदलाव किसानों के लिए चिंता का विषय बन गया है। ओलावृष्टि और तेज हवाओं से खड़ी फसलों को नुकसान पहुंचने की आशंका है। कृषि विभाग ने किसानों को सलाह दी है कि वह अपनी तैयार फसलों को सुरक्षित स्थानों पर रख लें और मौसम की नियमित जानकारी लेते रहें।

  • बिना जरूरत घर से बाहर न निकलें
  • मोबाइल पर मौसम संबंधी अलर्ट को सक्रिय रखें
  • खेतों और खुले स्थानों पर बिजली गिरने की आशंका के चलते सतर्क रहें
  • वाहन सावधानी से चलाएं, फिसलन वाली सड़कों से बचें
  • प्रशासन द्वारा जारी किसी भी आपात सूचना का पालन करें

राज्य सरकार ने जिला प्रशासन को निर्देश जारी कर दिए हैं कि वह किसी भी आपदा की स्थिति से निपटने के लिए पूरी तैयारी रखें। एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीमें अलर्ट मोड पर हैं और संवेदनशील क्षेत्रों में निगरानी रखी जा रही है।