Monday, September 22

सांसद की कार को टोल पर नहीं मिला पास, नोंकझोक, ‘टोलकर्मी बोला मैनेजर से मिलना है तो ऑफिस में जाओ’

मुरादाबाद की सपा सांसद रुचि वीरा की छिजरासी टोल पर कर्मियों से बहस हो गई। मामला था वीआईपी लेन का। सांसद की कार लेन नंबर 2 से गुजर रही थी। लेकिन, काफी देर हो जाने के बाद भी जब लाइन नहीं खुली तो सांसद की टोलकर्मियों से बहस हो गई। सांसद ने इसकी शिकायत केंद्रीय परिवहन मंत्री और से करने की बात कहीं। हालांकि टोल प्रशासन ने इस तरह की किसी भी प्रकार की कोई घटना होने से इनकार कर दिया।

सांसद रुचि वीरा दिल्ली से लखनऊ जा रही थीं। देर शाम छिजरासी टोल पर उनके साथ अभद्रता हो गई। सांसद की कार लेन से गुज रही थी लेकिन लेन में भी जाम और वाहनों की काफी भरमार थी। सांसद की कार 10 से 12 मिनट जाम में फंसी रही औऱ सायरन बजाती रही लेकिन किसी भी टोल कर्मी ने जाम को नहीं खुलवाया।

सांसद की कार जब काफी देर तक टोल पर खड़ी रही तो उन्होंने अपने सुरक्षाकर्मी को बूथ पर भेजा। लेकिन सांसद के कार में होने की जानकारी देने के बावजूद बूथ पर तैनात कर्मचारी ने सुरक्षाकर्मी से भी बदसलूकी शुरू कर दी। इस पर टोल मैनेजर को बुलाने का आग्रह किया गया। कर्मचारी ने कहा कि वह यहां पर नहीं आएंगे, आपको परेशानी है तो उनके ऑफिस में जाकर मिलो। इसको लेकर काफी नोंकझोंक हुई। जाम खुलने के बाद ही वे यहां से रवाना हुईं।

मुरादाबाद सीट से इतिहास में पहली बार रुचि वीरा महिला सांसद बनीं। सपा प्रमुख की तरफ से अंतिम समय पर एस टी हसन के नामांकन के बाद टिकट काटकर रुचि वीरा को को सपा का प्रत्याशी बनाया गया. हालांकि, शुरू में पार्टी के इस फैसले से चारों तरफ असंतोष था. परंतु उनकी मेहनत आखिरी में रंग लाकर आई और वह मुरादाबाद लोकसभा सीट के इतिहास में पहली महिला सांसद बनी.