
देश की प्रमुख तेल विपणन कंपनियों ने एलपीजी सिलेंडर की कीमतों में बदलाव की घोषणा की है। हालांकि, आम घरेलू उपभोक्ताओं को इस बार राहत नहीं मिली है क्योंकि 14.2 किलोग्राम के घरेलू गैस सिलेंडर की कीमतों में कोई परिवर्तन नहीं किया गया है। लेकिन व्यापारिक प्रतिष्ठानों, होटलों और रेस्टोरेंट्स को मामूली राहत जरूर मिली है, क्योंकि व्यावसायिक उपयोग वाले 19 किलोग्राम के गैस सिलेंडर की कीमतों में ₹14 की कटौती की गई है।
अब तक ₹1884.50 में मिलने वाला यह सिलेंडर अब ₹1870.00 में उपलब्ध होगा। नई दरें गुरुवार सुबह 6 बजे से ही लागू कर दी गई हैं। इस बदलाव की जानकारी मिलते ही व्यापारिक समुदाय में हलचल मच गई। कई होटल, ढाबा और रेस्टोरेंट संचालकों ने इस फैसले का स्वागत किया है। उनका कहना है कि भले ही कटौती बहुत बड़ी नहीं है, लेकिन इससे राहत का संकेत जरूर मिला है।
लखनऊ के अमीनाबाद इलाके में ढाबा चलाने वाले रमेश यादव का कहना है, “मुनाफा तो नहीं बढ़ेगा, लेकिन हर महीने ₹300-400 की बचत जरूर होगी। लंबे समय से सिलेंडर की कीमतें बढ़ती जा रही थीं, अब थोड़ी राहत मिली है।”
वहीं, गोमतीनगर स्थित एक रेस्टोरेंट के मैनेजर विकास मिश्रा ने कहा, “पिछले एक साल में गैस के दाम काफी ऊपर चले गए थे। ₹14 कम होना बड़ी बात नहीं है, लेकिन इससे संकेत मिलता है कि सरकार कीमतों को लेकर सजग है।”
आलमबाग के कैटरर मुनीर खान का कहना है, “सीजन चल रहा है, शादियों का दौर है। एक ही आयोजन में कई सिलेंडर खप जाते हैं। ₹14 प्रति सिलेंडर की बचत का मतलब है हर बड़े ऑर्डर पर ₹200-₹300 की राहत।”
घरेलू उपभोक्ताओं को इस बार मायूस होना पड़ा है क्योंकि 14.2 किलो के घरेलू गैस सिलेंडर की कीमत में कोई भी बदलाव नहीं किया गया है। फिलहाल इसकी कीमत ₹890.50 ही बनी रहेगी। रसोई चलाने वाली आम गृहिणियां इस फैसले से थोड़ी ना खुश नजर आ रही हैं। गुड़ंबा निवासी गृहिणी मीना त्रिपाठी ने बताया, “हर महीने गैस का बजट बिगड़ता जा रहा है। हम उम्मीद कर रहे थे कि गर्मियों में कीमत कुछ कम होगी, लेकिन ऐसा नहीं हुआ।”
पेट्रोलियम कंपनियां हर महीने की पहली तारीख को एलपीजी गैस सिलेंडरों की कीमतों की समीक्षा करती हैं। यह समीक्षा वैश्विक बाजार में कच्चे तेल की कीमतों और डॉलर-रुपया विनिमय दर के आधार पर होती है। इस महीने अंतरराष्ट्रीय बाजार में एलपीजी की कीमतों में थोड़ी गिरावट दर्ज की गई, जिसका असर भारत में व्यावसायिक सिलेंडर की कीमतों पर पड़ा है।
तेल और गैस क्षेत्र के विशेषज्ञ डॉ. राकेश मिश्रा का कहना है कि यह कटौती संकेत देती है कि आने वाले महीनों में और भी राहत मिल सकती है। “अंतरराष्ट्रीय बाजार में एलपीजी के दाम स्थिर हैं और डॉलर भी मजबूत स्थिति में नहीं है। ऐसे में जून या जुलाई में घरेलू गैस पर भी असर देखने को मिल सकता है।”
इस मूल्य कटौती को लेकर राजनीतिक हलकों से भी प्रतिक्रियाएं आई हैं। विपक्षी दलों ने इसे “मामूली राहत” कहकर सरकार की आलोचना की है। समाजवादी पार्टी के प्रवक्ता चांद ने कहा, “₹14 की कटौती सिर्फ दिखावा है। आम जनता को इससे कोई खास फायदा नहीं होने वाला। सरकार को घरेलू सिलेंडर के दाम भी कम करने चाहिए।”
दूसरी ओर, बीजेपी नेताओं ने इस कटौती को वैश्विक आर्थिक संकट के बावजूद सरकार की जनता के प्रति प्रतिबद्धता बताया। पार्टी प्रवक्ता राकेश द्विवेदी ने कहा, “हमारी सरकार लगातार आम आदमी को राहत देने के प्रयास में है। आने वाले महीनों में और भी राहत मिलेगी।”